फ्रांस ने चीन से कहा कि वह शिनजियांग में बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लेना बंद करे। दरअसल चीन ने करीब 10 लाख उईगर मुस्लिमों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को शिविरों में रखा है जिन्हें बीजिंग वोकेशनल स्कूल कहता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मिडिया से कहा कि हम चाहते हैं कि चीन मनमाने तरीके से लोगों को हिरासत में लेना बंद करे।विदेश मंत्री ज्यां वेस ले ड्रायन ने चीन से कहा कि वह इन शिविरों को बंद करे और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के उच्चायुक्त को जल्द से जल्द शिनजियांग जाने दे ताकि वह वहां के हालात के बारे में वह रिपोर्ट दे सकें। शिविरों के बारे में खुलासा नवंबर माह के मध्य में हुआ था जब इनसे जुड़े दस्तावेज चीन के राजनीतिक प्रतिष्ठान से जुड़े एक सदस्य से लीक हो गए थे। चीन ने शुरू में इन नजरबंदी शिविरों के आस्तित्व से इनकार किया लेकिन बाद में अपने रूख में बदलाव करते हुए कहा कि ये व्यावसायिक विद्यालय हैं जिनका उद्देश्य शिक्षा और प्रशिक्षण के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथ से मुकाबला करना है।
Related posts
-
जयशंकर का डिप्लोमैटिक एक्शन, UNSC के 7 अस्थायी सदस्य देशों से की बात, जानें कैसे फंसेगा पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के मद्देनजर, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली... -
52 % ने बताया खतरनाक तानाशाह, क्यों गिरकर 41 % तक गिर गई ट्रंप की लोकप्रियता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सत्ता में आए महज 100 दिन न हुए हुए हैं। हैं।... -
अयोध्या में बाबरी मस्जिद की ईंट रखेंगे पाक सेना के जवान, मुनीर पढ़ेंगे पहली अजान
ऐसा लगता है कि इस्लामाबाद पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल...