दुनिया की दो शीर्ष टी-20 टीमें गुरुवार को एडिलेड ओवल में विश्व कप के सेमीफाइनल में टकराएंगी। नंबर एक टीम इंडिया जब दूसरे नंबर की इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरेगी, तो उसका लक्ष्य आठ साल बाद टी-20 विश्वकप के फाइनल में जगह बनाना होगा।
भारत और इंग्लैंड दस साल बाद टी-20 विश्वकप में एक-दूसरे का सामना करेंगे। इससे पहले 2012 के विश्वकप में भारत और इंग्लैंड खेले थे। उस मैच में भारत ने 90 रन की जीत दर्ज की थी। नौ साल से भारतीय टीम आईसीसी के नॉकआउट चरण में बाहर हो रही है। इस बार टीम इंडिया खिताब जीतना चाहेगी।
ग्रुप चरण में शानदार प्रदर्शन कर शीर्ष पर रही 2007 की चैंपियन भारतीय टीम अपनी लय को सेमीफाइनल में भी बरकरार रखना चाहेगी। इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स पहले ही कह चुके हैं कि उन्होंने अभी अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला है। भारतीय टीम के सामने इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और बेन स्टोक्स को रोकने की सबसे बड़ी चुनौती होगी।
भारतीय टीम ने 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। इसके बाद से वह आईसीसी के टूर्नामेंट्स में नॉकआउट चरण से आगे नहीं बढ़ा है। 2014 का टी-20 विश्वकप फाइनल, 2015 का वनडे विश्वकप सेमीफाइल, 2016 का टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और 2019 वनडे विश्वकप सेमीफाइनल में भारतीय टीम हार गई थी। आईसीसी के पिछले पांच टूर्नामेंट्स के नॉकआउट चरण से भारतीय टीम आगे नहीं बढ़ सकी है। भारत इस बार खिताब जीतने का प्रबल दावेदार है। रोहित शर्मा की कप्तानी में यह पहला आईसीसी टूर्नामेंट है।