प्रदेश मे अनुसूचित जाति के लोगों पर लगातार हमलों से सरकार के नियंत्रण की खुली कलई- मोना

 प्रतापगढ़। कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश मे सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की असफलता का आरोप मढ़ते हुए इस समय अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों पर अत्याचार तथा उत्पीड़न की घटनाओं मे बढोत्तरी पर चिंता जताई है। सोमवार को विधानसभा मे जिले की रामपुरखास से विधायक आराधना मिश्रा मोना ने नियम 311 के तहत सरकार को दी गई नोटिस मे कहा है कि प्रदेश भर मे अनुसूचित जाति के लोगों को सरकार से संरक्षण प्राप्त लोग निरंकुश होकर उत्पीडन कर रहे है। बकौल आराधना मिश्रा मोना कानपुर देहात के थाना गजनेर के ग्राम मंगटा मे पिछली एक से सात फरवरी तक हुए बुद्ध कथा के तहत आठ फरवरी को हुए भीम भोज आयोजन मे आपराधिक किस्म के व्यक्तियों द्वारा द्वेष भावना से बाधा पहुंचाई गई। यही नही सरकार व प्रशासन की लापरवाही से बारह फरवरी को बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर की फोटो भी फाड़ दी गई और तेरह फरवरी को दलित बस्ती पर सौ से डेढ सौ की संख्या मे जुटे दबंग किस्म के लोगो ने हमला बोल दिया। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हमले मे महिलाओ व बच्चों सहित दलित वर्ग के लोगों को बर्बरतापूर्वक मारापीटा गया। जिनमे घायलो का कानपुर हैलेट अस्पताल मे उपचार चल रहा है। घटना को लेकर उन्होने आरोप लगाया है कि सरकार व प्रशासन ने आरोपियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नही की जा रही है। कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता मोना ने सदन मे उठाये गये सवाल मे यह भी कहा कि पिछले वर्ष जुलाई माह मे इसी तरह सोनभद्र जिले के मूर्तिया के उम्मा गांव मे भी आदिवासियों एवं वनवासियों पर प्राणघातक हमला कर दस लोगों का सामूहिक नरसंहार हुआ और पचास से अधिक लोग घायल हुये। सीएलपी नेता ने चिंता जताई कि प्रदेश मे इन आपराधिक घटनाओं से अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों मे भय व आतंक व्याप्त है। प्रदेश मे कमजोर तबके के लोगों मे इस समय असुरक्षा की भावना बढ़ी है। विधायक आराधना मोना ने सवाल के माध्यम से राज्य सरकार से नियमो को निलंबित कर विशेष चर्चा कराये जाने की मांग भी उठाई है। कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता का यह बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने जारी किया है।

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