शुआट्स के कृषि प्रसार व संचार विभाग तथा मानव विज्ञान व सामाजिक कार्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से स्टैस्टिकल पैकेज फार सोशल साइंसेस (एसपीएसएस) विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारम्भ बृहस्पतिवार को हुआ। मुख्य अतिथि प्र्रो0डा. वी.एस. सहाय ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि एन्थ्रोपालिजिकल के माध्यम से मनुष्य समाज में रहना सीखता है, विभिन्न संस्कृतियों को आदर देना सीखता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों में एन्थ्रोपालिजिकल विधि एक महत्वपूर्ण योगदान देती है उन्होंने बिना फील्ड वर्क के शोध कार्य को शून्य बताया।
डीन प्रो0 जे.एन. मिश्रा ने बताया कि स्टैटिकल मैथड से शोध में प्राप्त डाटा और बहुत सारे शोध का उपयोग किया जाता है।
विभागाध्यक्षा प्रो. जहांआरा ने मुख्य अतिथि का परिचय कराते हुए बताया कि अंडमान व निकोबार द्वीप में डा. सहाय ने शोध किया है। प्रो. जहांआरा ने कहा कि एस0पी0एस0एस0 साफ्टवेयर का उपयोग सभी प्रकार के डेटा के संपादन और विश्लेषण के लिया किया जाता है जो शोध कार्यों के लिए अत्यन्त लाभदायक है। डा. डी.के. बोस ने धन्यवाद ज्ञापित किया। तकनीकी सत्रों का संचालन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डा. शैलेन्द्र मिश्रा, सीएमपी काॅलेज के डा. बी.एस. गुप्ता आदि ने करते हुए समाज शोध में एसपीएसएस की आवश्यकता के बारे में बताया। विभिन्न प्रान्तों से आए प्रतिभागियों को विशेषज्ञों द्वारा प्रैक्टिकल के माध्यम से एस0पी0एस0एस0 का उपयोग दिखाया गया।
उद्घाटन समारोह में डीन प्रो0 गौतम घोष, डा. सतेन्द्र मिश्रा, डा. आलम आरा, डा. बी.एस. गुप्ता, डा. रत्नेश दीक्षित सहित संकाय सदस्य एवं शोध छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।