चीन में मानवाधिकार का नाम सुनते ही सरकार घबरा जाती है, एसी ही एक घटना बीजिंग में सामने आई है। मानवाधिकार आंदोलन पर चर्चा करने के लिए चीनी समुद्रतट के पास एकत्र हुए बीस या उससे अधिक वकीलों और कार्यकर्ताओं को अब दोषी ठहरा दिया गया है। द न्यू यॉर्क टाइम्स में लिखते हुए क्रिस बकले ने कहा कि 2019 में हुई एक बैठक ने बीजिंग को “अधिकार रक्षा” आंदोलन को झटका देने का मौका दिया था। जिसमें अब प्रमुख कार्यकर्तायों को कई सालों की सजा हो सकती है।क्रिस बकले ने आगे कहा कि आपस में मिलना-जुलना, जो कभी चीनी अधिकार प्रचारकों के बीच आम था, शी जिनपिंग के कठोर शासन के तहत जोखिम भरा हो गया है। कई पत्रिकाएं, शोध संगठन और समूह जो कभी चीन में स्वतंत्र विचारधारा वाले कार्यकर्ताओं को बनाए रखते थे, उसपर भी कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। सभा में भाग लेने वाले शौकिया संगीतकार ने लॉस एंजिल्स से एक साक्षात्कार में कहा कि वह 2019 के अंत में विदेश भाग गए जब पुलिस ने विला में शामिल होने वालों को हिरासत में लेना शुरू किया। उन्होंने कहा कि चीन में सीमा पुलिस ने उनकी पत्नी को भी शामिल होने से रोक दिया था।
Related posts
-
जयशंकर का डिप्लोमैटिक एक्शन, UNSC के 7 अस्थायी सदस्य देशों से की बात, जानें कैसे फंसेगा पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के मद्देनजर, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली... -
52 % ने बताया खतरनाक तानाशाह, क्यों गिरकर 41 % तक गिर गई ट्रंप की लोकप्रियता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सत्ता में आए महज 100 दिन न हुए हुए हैं। हैं।... -
अयोध्या में बाबरी मस्जिद की ईंट रखेंगे पाक सेना के जवान, मुनीर पढ़ेंगे पहली अजान
ऐसा लगता है कि इस्लामाबाद पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल...