भारत और मालदीव ने सोमवार को आतंकवाद का मुकाबला करने, आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के लिए इंटरनेट एवं साइबरस्पेस के दुरुपयोग के रोकने के लिए आतंकवाद-रोधी, हिंसक उग्रवाद और डी-रेडिकलाइजेशन पर दूसरे संयुक्त कार्य समूह की बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान विदेश मंत्रालय (पश्चिम) संजय वर्मा ने भारत का प्रतिनिधित्व किया और मालदीव के विदेश सचिव एमवी अहमद लतीफ के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों के बीच बैठक सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक माहौल में हुई। इस दौरान भारत और मालदीव ने सीमा पार आतंकवाद सहित सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की। व्यापक तरीके से आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए दोनों देशों ने हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने के एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में आतंकवाद विरोधी सहयोग की पुष्टि की।इस दौरान दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत आतंकवादी संस्थाओं द्वारा उत्पन्न खतरों की भी समीक्षा की और सभी आतंकवादी नेटवर्कों के खिलाफ ठोस कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित किया। मालूम हो कि दोनों भारत और मालदीव ने संयुक्त राष्ट्र और कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव जैसे अन्य वैश्विक और क्षेत्रीय प्लेटफार्मों के माध्यम से सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
Related posts
-
जाति जनगणना कराएगी मोदी सरकार, कैबिनेट बैठक में लिया गया बड़ा फैसला
केंद्र की मोदी सरकार ने फैसला किया है कि जाति गणना को आगामी जनगणना में शामिल... -
Akshay Tritya पर PM Modi का आया बयान, कहा विकसित भारत को नई ताकत दे
देश भर में अक्षय तृतीया के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।... -
देश की भावनाओं को समझकर राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सही कदम उठाएं प्रधानमंत्री: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से...