पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल का समय बचा है, और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। चुनावी रणनीति बनाने में कहीं कोई चूक न रहे और इस मामले में भाषा आड़े न आए। इसके लिए शाह बांग्ला भाषा सीख रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए उन्होंने एक शिक्षक रखा लिया है। कोशिश यह है कि भाजपा अध्यक्ष कम से कम इस भाषा को समझने लगें और पश्चिम बंगाल की सभाओं में अपने भाषणों की शुरुआत बांग्ला में करें, जिससे भाषण प्रभावी लगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मां, माटी और मानुष का नारा बुलंद करती रहती हैं और अभी हाल के दिनों में उन्होंने बंगाली अस्मिता को खूब हवा देने की कोशिश की है। अपनी सभाओं में ममता भाजपा अध्यक्ष को बाहरी कह कर संबोधित करती हैं।
अमित शाह को चुनावी रणनीति का माहिर माना जाता है और हर चुनाव के लिए शाह अलग-अलग रणनीति बनाते हैं। लेकिन पहले महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में चूकने और झारखंड में हारने के बाद अब अमित शाह बंगाल में चुनावी कमान अपने हाथ में रखना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक बड़े नेता के मुताबिक, इसमें कुछ भी नया नहीं है।
रणनीति
* चुनावी रणनीति बनाने में कोई चूक न रहे इस लिए कर रहे तैयारी।
* पश्चिम बंगाल में एक साल बाद होने है विधानसभा चुनाव।