राजस्थान में एक बार फिर से गुर्जर आंदोलन की राह पर हैं। भरतपुर जिले के पीलूपुरा गांव में आज को गुर्जर समुदाय की महापंचायत हो रही है, जहां पिछले दो दशकों में समुदाय अक्सर बड़े आंदोलन करता रहा है। हिंडौन-बयाना स्टेट हाईवे के पास हो रही महापंचायत में आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला के नेतृत्व में गुर्जरों के लिए आरक्षण समेत विभिन्न मांगों पर चर्चा की जा रही है। हालांकि महापंचायत को सरकार के मसौदे को सुनने के बाद समाप्त कर दिया गया। लेकिन युवाओं ने कहा कि वे सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और आंदोलन जारी रखना चाहते हैं। आरक्षण के मुद्दे पर भरतपुर में गुर्जर समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया।
विजय बैंसला वरिष्ठ गुर्जर नेता कर्नल केएस बैंसला के पुत्र हैं, जिन्होंने चार साल पहले अपनी मृत्यु तक समुदाय के आंदोलन का नेतृत्व किया था। गुर्जर समुदाय ने सरकार को रविवार दोपहर एक बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। बयाना के पीलूपुरा-कारवाड़ी इलाके में गुर्जर समुदाय के लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक विजय बैंसला ने कहा, “हमें अधूरे अधिकार मिले हैं। हमें उन्हें पूरी तरह से हासिल करना है। इसके लिए पीलूपुरा में गुर्जर समुदाय की यह महापंचायत बुलाई गई है।” विजय बैंसला ने कहा कि समुदाय कोई बातचीत नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को मांगों का पत्र दिया गया है। महापंचायत में सरकार मसौदा मांगेगी। सरकार की ओर से जो भी संदेश आएगा, उस पर सभा में चर्चा की जाएगी। विजय बैंसला ने कहा कि अब हम सरकार से बातचीत के लिए नहीं जाएंगे। सरकार को किसी सक्षम आईएएस अधिकारी के साथ पत्र भेजना चाहिए। अगर पत्र भेजा जाता है तो महापंचायत में समाज के सामने उसे पढ़कर सुनाया जाएगा। इसके बाद समाज जो भी कहेगा, उस पर मौके पर निर्णय लिया जाएगा।
दूसरी ओर, भजनलाल सरकार में गृह राज्य मंत्री जवाहर बेढम कहते हैं, “जब सरकार बातचीत के लिए तैयार है, तो फिर महापंचायत क्यों?” गुर्जरों के विरोध प्रदर्शन के कारण, करौली से भरतपुर जाने वाले लोगों के लिए बयाना-हिंडौन स्टेट हाईवे की बजाय हिंडौन-कलसाडा-भुसावर से यातायात को डायवर्ट किया गया है।