शनि 15 मार्च से शतभिषा नक्षत्र में गोचर करेंगे। वर्तमान में शनि अभी कुंभ राशि में चल रहे हैं जहां 5 मार्च को शनि का उदय होगा और फिर यह शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। शनि को ज्योतिषशास्त्र में मंदगामी ग्रह कहा गया है। वही वजह है कि यह शतभिषा नक्षत्र में पवेश करने के बाद 7 महीने तक इस नक्षत्र के पहले चरण में ही संचार करेंगे। ऐसे में शनि 15 मार्च से 17 अक्टूबर तक शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण में रहेंगे जिसके स्वामी गुरु हैं। ऐसे शनि का शतभिषा नक्षत्र में गोचर मेष, मिथुन सहित 5 राशियों के लिए लाभकारी रहेगा।मेष राशि के जो लोग अपना बिजनस शुरू करने का सोच रहे हैं उनके लिए यह शनि का शतभिषा नक्षत्र में गोचर लाभदायक रहेगा। आप कुछ नई योजना पर भी शनि के इस नक्षत्र में गोचर के दौरान काम शुरू कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह अवधि मेष राशि के व्यापारी जातकों के लिए लाभप्रद रहेगा। शनि के शतभिषा नक्षत्र में रहने से इस राशि के लोगों को नौकरी में भी आगे बढ़े का अवसर मिलेगा, इन्हें कार्यक्षेत्र में पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति के साथ धन का लाभ भी प्राप्त होगा।शनि के शतभिषा नक्षत्र में आने से मिथुन राशि के जातकों को शनि उत्तम लाभ प्रदान करेंगे। बीते ढाई साल से ढैय्या के दौरान जो संघर्ष इन्हें करना पड़ा है उसका शुभ फल शनि इन्हें प्रदान करेंगे। दरअसल, शनि इस दौरान मिथुन राशि से नौवें भाव में रहेंगे। इस अवधि में आपको विदेश जाने का मौका मिल सकता है, अथवा लंबी यात्रा हो सकती है। यात्रा सफल और उद्देश्यपूर्ण रहेगी। जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के लिए प्रयासरत हैं उन्हें अपने प्रयास में कामयाबी मिलेगी।
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