प्रयागराज। कुम्भ मेला 2025 को ध्यान में रखते हुये प्रयागराज मण्डल के प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी जं0 एवं सूबेदारगंज सहित विभिन्न स्टेशनों पर दिनांक 08 जुलाई से 25.07.2024 तक फायर एवं सेफ़्टी प्रशिक्षण 2025 से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया गया। इस फायर एवं सेफ़्टी प्रशिक्षण जिसमें सभी विभागों के लगभग 1000 कर्मचारियों शामिल हुये ।
इसी क्रम में दिनांक 25 जुलाई 2024.को सूबेदारगंज स्टेशन के वेटिंग हॉल में फायर एवं सेफ़्टी प्रशिक्षण 2025 से संबंधित संरक्षा एवं फायर फाइटिंग का आयोजन किया गया, जिसमे रेलवे के विभिन्न विभागों के 51 कर्मचारियों ने भाग लिया । संरक्षा-प्रशिक्षण के बाद सभी कर्मचारियों को फायर फाइटिंग भी कराया गया। संरक्षा प्रशिक्षण से सम्बंधित निम्न विषयो पर चर्चा किया गया।
1. संरक्षा एक तकनीकी, तरीका, आइडिया, नियम या जुगाड़ है, जिसका उपयोग करके हम स्वयं की रक्षा करते हैं, दूसरो की रक्षा करते हैं, रेलवे के सम्पति की रक्षा करते हैं और रेल परिसर के वातावरण की रक्षा करते है।
2. संरक्षा/Safety से काम करने पर हमारे स्वास्थ्य में सुधार होता है, सिस्टम में सुधार होता है, कोई होने वाली घटना-दुर्घटना से बचते एवं बचाते हैं जिससे रेलवे की अर्थ व्यवस्था में बढ़ोत्तरी होगी ।
3. संरक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी, कानूनी जिम्मेदारी तथा रेलवे की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करना भी जिम्मेदारी है।
4. संरक्षा की जिम्मेदारी हम सबकी होती है जैसे कर्मचारी की,सुपरवाइजर की तथा अधिकारी की, एक सतर्क कर्मचारी संरक्षा का सर्वोत्तम साधन होता है।
आग के बारे में सभी कर्मचारियों को निम्नवत बिन्दुओं पर बताया गया।
आग एक रासायनिक प्रतिक्रिया है जो ऑक्सीजन,ऊष्मा और ईन्धन के मिलने एवं उसमे होने वाली लागातार प्रतिक्रिया से उत्त्पन्न हो जाती है।आग बुझाने के लिये किसी एक सप्लाई को बन्द कर देते हैं,जिससे आग बुझ जाती है।जैसे ऑक्सीजन को रोकना स्मूथरिंग मेथड कहते है, ईन्धन को हटाकर या कम करके आग बुझाते हैं उसे स्टारवेशन मेरठ कहते हैं, इसी तरह हम आग पर पानी डालकर बुझाते हैं उसे कुलिंग मेथड कहते हैं।
आग के प्रकार जैसे ठोस, द्रव,गैस,धात्विक पदार्थो एवं बिजली से लगने वाली आग को बुझाने के लिये अलग-अलग अग्निशामक यन्त्रों का प्रयोग करना।
अग्निशामक यन्त्र कितने तरह के होते हैं,तथा उसका प्रयोग कैसे करते हैं।
स्टेशन परिसर में ड्यूटी के दौरान आग लगने पर R-3 Base (1) रेस्पान्स (2)रेसक्यू और(3) रिलीफ के अनुसार तुरन्त साइट पर पहुंचना, बचाव का कार्य करना तथा आग भी बुझाना चाहिये।
फायर और सेफ्टी ट्रेनिंग फ़ॉर मेला 2025 के दौरान संरक्षा सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद ने उपरोक्त बिषयों पर संरक्षा – प्रशिक्षण/काउंसलिंग तथा प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विस्तार से समझाया एवं विभिन्न प्रकार के अग्निशामक यन्त्रों की फायर फाइटिंग भी कराया गया।
फायर और सेफ्टी ट्रेनिंग के दौरान सूबेदारगंज प्रशिक्षण केंद्र के मुख्य अनुदेशक, नन्द लाल; वरिष्ठ अनुदेशक, राम बिहारी वर्मा; स्टेशनअधीक्षक, कौशलेंद्र प्रसाद; मुख्य टिकट निरीक्षक, अनुराग कपूर; निरीक्षक/रेलवे सुरक्षा बल, अनिरुद्ध जाजीड; वर्श्थ खंड अभियंता/लोको, एस.के.सिंह, रज़ा हैदर एवं शुभम जायसवाल भी उपस्थित थे।