प्रयागराज। सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान ने प्रत्येक वर्ष कि तरह इस वर्ष भी सावन में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया। सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान की अध्यक्ष समााज सेविका डॉक्टर रश्मि शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने की दृष्टि से ही पेड़ पौधों में ईश्वरीय रूप को स्थान देकर उनकी पूजा का विधान अनेक ग्रन्थो में बताया गया है। सावन पर्व प्रकृति संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है यह महीना पुण्य प्राप्ति,मानसिक शांति एवं आध्यात्मिक ऊर्जा अर्जित करने के लिए भी लाभकारी है। साावन में पौधा रोपण शुभ कार्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।वृक्ष की पूजा करने से हमें आशीर्वाद प्राप्त होता है तापमान को नियंत्रित करने के लिए हर व्यक्ति को पौधा लगाना उसका दायित्व है। पौधा लगाइए और उसको जीवन प्रदान कीजिए उसकी रक्षा कीजिए जैसे आप अपने संतान की रक्षा करते हैं वैसे ही पौधे को लगाकर पौधे की देखभाल करें।डॉली ने कहा वृक्षों को जीवन का प्रतीक मानते हुए उनकी पूजा और रोपण कर हम पृथ्वी के साथ अपने संबंधों को प्रगाण तथा पर्यावरण को संतुलित रख सकते हैं।
पीपल,नीम,बिल्व,गुड़हल,और अश्वगंधा के पौधे लगाना चाहिए।शकीला ने कहा कि वृक्ष हमको हरियाली देते हैं पर्यावरण स्वच्छ रखने हैं और मानव, पशु पंक्षी को आहार मिलता है।
सिंपल ने कहा कि इस समय पर्यावरण अनुकूल रहता है। इसलिए सबको वृक्ष लगाना चाहिए। नीतू ने हरियाली अमावस्या पर्व की विस्तृत जानकारी दी कहां की इस दिन पीपल की पूजा और पौधारोपण का भी विधान है।सबने मिलकर सावन के गीतभजन गाए।सावन में आने वाले प्रत्येक पर्व की शुभकामनाएं एक दूसरे को दी सबके मंगल की कामना की।