श्रृंगवेरपुर।श्रृंगवेरपुर धाम में रामायण मेला आयोजन समिति द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं समाज उत्थान का अभिनव प्रयोग का आयोजन किया गया जहां पर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिस पर विकास खंड अधिकारी प्रवीण आनंद ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत किया और बताया कि आज के आधुनिक समय में महिला सशक्तिकरण व समाज उत्थान का एक विशेष चर्चा का विषय हमारे आदि ग्रंथों में नारी के महत्व को मानते हुए यहां तक बताया गया कि नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं भारत में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता है शिक्षा के मामले में महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा काफी पीछे होती है जबकि पुरुषों की शिक्षा कदर 81 पॉइंट 3 प्रतिशत है जबकि महिलाओं की शिक्षा केंद्र मात्र 60 पॉइंट 6 प्रतिशत ही है और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को आगे लाते हुए रोजगार से जुड़कर उन को मजबूत किया जाए वही एडीओ आईएसबी मयूरेश त्रिपाठी ने अपने विचार रखते हुए सभी विकास कार्य पर चर्चा की वही रामायण मेला के महामंत्री उमेश चंद्र द्विवेदी ने सभी लोगों का सम्मान करते हुए भारत सरकार द्वारा जिस प्रकार महिला प्रथम की योजना का प्रवाह किया है इससे सभी महिलाओं को मजबूती मिलेगी और उनके विकास में शिक्षा में बढ़-चढ़कर वह हिस्सा लेंगे तत्पश्चात राघव चरण अनुरागी हरिओम तिवारी ने राम कथा का रसपान कराते हुए बताया कि जब प्रभु लक्ष्मण जी को जनकपुर देखने की इच्छा हुई तो उन्होंने अपने भैया राम से अपने मन की बातें कही तू श्री राम ने लक्ष्मण जी को धैर्य रखते हुए कहा कि मैं गुरुवर से आज्ञा लेकर उन्हें जनकपुर जरूर देखना और उन्होंने अपनी गुरुदेव गुरु विश्वामित्र जैसे आज्ञा नहीं आपके गुरुदेव अनुज लक्ष्मण को जनकपुर देखने की इच्छा है यदि आपकी आज्ञा हो तो मैं उन्हें देखना कर आता हूं तो गुरु का आज्ञा पाकर उन्होंने जनकपुर प्रस्थान किया जनकपुर में पहुंचे जिसकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिंह तैसी जिसकी जैसी भावना रही उसी रूप उन्होंने प्रभु श्री राम को उसी रूप में देखा कार्यक्रम का संचालन सयुक्त मंत्री अमित द्विवेदी द्वारा किया गया इस बीच रामायण मेला के अध्यक्ष बाल कृष्ण पांडेय अवधेश कुमार प्रमोद बंसल उपाध्यक्ष सियाराम सरोज कालीसहाय त्रिपाठी रामाभिलख पाण्डेय प्रदीप पांडेय नागेंद्र प्रताप सिंह बलराम सिंह पूनम द्विवेदी राधा देवी ममता देवी वंदना सरिता आदि लोग उपस्थित रहे ।
Related posts
-
शंखनाद से सकारात्मक ऊर्जा का होता है संचार, जानिए धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण
हिंदू धर्म में शंख को शुभ और पवित्र माना जाता है। धार्मिक अनुष्ठानों में शंख का... -
मई में 6 बड़े ग्रहों का होगा राशि परिवर्तन, जानिए किन राशियों पर होगा इसका असर?
ज्योतिष की दृष्टि से वर्ष 2025 काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। अब अगस्त का महीना ज्योतिष... -
पेरेंट्स को नाम रोशन करते हैं इस मूलांक के लोग, पैसों की कभी नहीं होती है कमी
किसी भी व्यक्ति की जन्मतिथि को जोड़कर मूलांक निकाला जाता है। अंक ज्योतिष शास्त्र में मूलांक...