इंदिरा मैराथन की सभी व्यवस्थाएं पूर्ण : जिला अधिकारी

विमलेश मिश्र

प्रयागराज ! जिलाधिकारी प्रयागराज ने मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि इंदिरा मैराथन प्रतियोगिता की सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई है और जो थोड़ी बहुत बाकी है वह प्रतियोगिता के कुछ  घंटे पहले एकदम पूर्ण कर ली जाएंगी उन्होंने कहा कि इन्दिरा मैराथन का आयोजन सफलता पूर्वक किया जा रहा है । गैराथन दूरी एवं मार्ग- अखिल भारतीय इन्दिरा मैराथन में पुरुषों और महिलाओं के लिए 42.195 कि ० मी ० दूरी निर्धारित है । मैराथन प्रत्येक वर्ष 19 नवम्बर को खेल विभाग उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा कराया जाता है ,वर्तमान में आनन्द भवन से रेस प्रारम्भ होकर तेलियरगज  म्यो हाल हाईकोर्ट , हनुमान मन्दिर , सी ० एम ० पी ० डिग्री कालेज , बैरहना नये ब्रिज को पार करके होते हुए फलाहारी बाबा आश्रम से मुड़कर उसी मार्ग से वापस स्टेडियम मे समाप्त होती है । जिस में अनेक खिलाड़ी भाग लेते हैं । पूरी दुनिया में हर साल 500 मैराथन प्रतियोगिता आयोजित होती है जिसमें अधिकांश धावक शौकिया होते है । इसमें इन्दिरा मैराथन भी स्थान रखती है । एथलेटिक्स संघ उ 0 प्र 0 : एथलेटिक्स संघ व जिला प्रशासन एवं खेल विभाग उ 0 प्र 0 के सहयोग से आयोजित होने वाली अखिल भारतीय इन्दिरा मैराथन की भव्यता लोकप्रियता एवं तकनीकी दृष्टि से सम्पन्न होने के फलस्वरूप भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन द्वारा राष्ट्रीय महिला एवं पुरुष टीम का चयन भी इसी इन्दिरा मैराथन के आधार पर करने लगे एवं अपने योग्य एवं तकनीकी ऑफिसियल्स को इस भव्य आयोजन में लगातार इराकी निष्पक्षता को बरकरार रखने में पूर्णयोगदान सच द्वारा दिया जा रहा है । ( 0 ) मैराथन दौड़ की व्यवस्थाए जिला प्रशासन एवं खेल विभाग के तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस मैराथन को नहीं एवं सुचान रूप से निविवाद सम्पन्न कराने के लिए खेल विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार व्यवस्थाऐं कराई जाती है । साथ ही साथ विभिन्न विभागों एवं स्थानीय व्यक्तियो / संस्थाओं द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया जाता है । उक्त सहयोग के फलस्वरूप इन्दिरा मैराथन देश भर में आयोजित होने वाली मैराथनों में अपना उच्च स्थान रखती है । अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन की बढ़ती हुई लोकप्रियता भव्यता एवं दी जा रही उच्च स्तरीय सुविधाओं के कारण पूरे देश के धावक / पाविकाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है । जिस कारण देश के कई राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धावक / धाविकारों ने विजेता होने का गौरव प्राप्त किये हैं । इस मैराथन में सर्वश्रेष्ठ स्वरूप सिंह एवं महिला वर्ग में सत्यभाना ने प्रदर्शन किया है , मैराथन में भैरों सिंह लोने , ने छ वार विजेता रहे हैं एवं लाल  यादव , बी ० एस ० धोनी अन्तराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने मैराथन में भाग लेकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है । महिला मैराथन में प्रथम बार विजेता रहीं कु0 रचना गोविल , अर्जुन एवार्डी से लेकर कु चारू लता , कु0 निलम्मा एल . कु0 एच0 संगती देदी , कु0 शुकन्या मल , कु0 अनीसा देवी एवं छ बार की विजेता रही कु0 ज्योति शंकर गवते ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है । इसके साथ ही साथ पुलिस , पी ० ए ० सी ० एयर फोर्स मिलेट्री के धावकों ने भी इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है । क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने बताया कि इस बार मैराथन दौड़ में पुरस्कार राशि की बढ़ोत्तरी खेल विभाग द्वारा अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा नैराथन पुरुष / महिला दोनों वर्गों के विजेता खिलाड़ियों को
प्रथम पुरस्कार- रू 0 2,00,000 / – द्वितीय पुरस्कार रू 0 1,00,000 / – तृतीय पुरस्कार रू 0 40,000 / – एवं 11-11 सात्वना पुरस्कार रू 0 10,000 / – प्रति खिलाड़ी , कुल – रु ० 9 : 100 लाख की धनराशि नगद पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है । मैराथन के तृतीय स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को खेल विभाग उ ० प्र ० द्वारा अनुमन्य धनराशि रू 0 40,000 / – कम होने के कारण सीनियर स्तर पर लिये गये निर्णय के अनुसार जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति से रू ० 35,000 / की धनराशि अनुमन्य करते हुए तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को कुल रू 0 75,000 / – की धनराशि दोनों वर्गों में दी जाती है ।

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