प्रयागराज 28 दिसंबर,2021।योगी सरकार ने प्रजापति समाज के शिल्पियों/ प्रतिभागियों के उच्च जीवन स्तर बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड का गठन कर समाज को ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य किया यह बातें उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के सदस्य रमाशंकर शुक्ल ने उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के तत्वाधान में परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग बोर्ड कार्यालय प्रयागराज प्रांगण में माटी कला क्षेत्र से जुड़े कारीगरों/शिल्पियों/मूर्तिकारों द्वारा निर्मित मूर्तियों/उत्पादों की आयोजित लघु प्रदर्शनी के मंडल स्तरीय माटी कला चयन/पुरस्कार कार्यक्रम में कहीं।
प्रथम,द्वितीय,तृतीय पुरस्कार के रुप में प्रशस्ति पत्र एवं 15000, 12000 तथा 10000 की धनराशि का चेक क्रमश जितेंद्र कुमार ग्राम चिरौड़ी, दीपक प्रजापति बाघम्बरी, राम पूजन डीघी को रमाशंकर शुक्ल ने पुरस्कार प्रदान किया।कार्यक्रम के निर्णायक/जज रविंद्र कुशवाहा कला प्रवक्ता डीएवी इंटर कॉलेज प्रयागराज सदस्य राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ एवं श्री तलत महमूद कला अध्यापक मूर्तिकार एवं चित्रकार एम आई सी इंटर कॉलेज प्रयागराज ने शिल्पियों द्वारा प्रदर्शित उत्पादों का निरीक्षण कर प्रथम/द्वितीय/तृतीय पुरस्कार हेतु निर्णय सुनाया। खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राम औतार यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार माटी कला बोर्ड द्वारा चल रही योजनाओं पर प्रकाश डाला और कहा माटीकला से कारीगरों/शिल्पियों को आमदनी बढ़ाने के लिए टूलकिट प्रदान कर हर संभव प्रोत्साहन कर रही है। दिनेश तिवारी मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा लखनऊ में माटी कला बोर्ड की प्रदर्शनी मेले में राम नरेश प्रजापति ने साढ़े छ लाख की ब्रिकी कर प्रयागराज का गौरव बढ़ाया था।योगी सरकार एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गांव शहर में कुम्हारों को आय बढ़ाने एवं जीवन को बेहतर दिशा देने,बाजार में प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए चाक मशीन, लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा बनाने के सांचे एवं ऋण की सुविधाएं और पुरस्कार देकर जीवन में बदलाव लाने कार्य कर रही है
इस मौके पर जिला ग्रामोद्योग अधिकारी कौशांबी महेंद्र मिश्रा,जिला ग्रामोद्योग अधिकारी फतेहपुर आर पी विश्वकर्मा,राकेश मोहन गुप्ता,राम करन दुबे,अजहरुद्दीन, आकाश त्रिपाठी, अनुज दुबे,अमित कुमार, ओपी मौर्या उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत ग्रामोद्योगी कार्य करने वाले चयनित रामकृष्ण सरोज को प्रथम, प्रदीप कुमार पाल को द्वितीय तथा अभिषेक कुमार को तृतीय पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र व क्रमश पंद्रह, बारह एवं दस हजार धनराशि का चेक प्रदान किया गया।