प्रयागराज।भाजपा एन जी ओ प्रकोष्ठ की ओर से वन नेशन वन इलेक्शन(एक राष्ट्र एक चुनाव) विषय पर सामाजिक संगठन संवाद का आयोजन रविवार को सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वक्ता भाजपा के एन जी ओ प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव का विचार न केवल भारत के चुनावी तंत्र में सुधार का एक प्रयास है, बल्कि यह देश को विकास और समृद्धि की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने में सक्षम बनाता है। भारत में 1967 तक संसद और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव होते थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक फैसले ने एक राष्ट्र एक चुनाव प्रक्रिया को बाधित किया। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस ने अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करके राज्य विधानसभाओं को बर्खास्त कर दिया था और एक राष्ट्र एक चुनाव परंपरा को बदल दिया। एक राष्ट्र एक चुनाव से चुनावों में हो रहे भारी खर्च को कम करके शिक्षा, स्वास्थ्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं अन्य विकासात्मक योजनाओं में प्रयोग किया जा सकता है। इससे दीर्घकालिक विकास योजनाएं लागू करने में भी सहायता मिलेगी। देश में बार बार चुनावों के कारण 4–7 लाख करोड़ रुपए खर्च होते हैं। लगातार चुनावों के कारण कर्मचारियों की ऊर्जा और समय चुनावों में लग जाता है। क्षेत्रीय दलों का महत्व बरकरार रहेगा। हर क्षेत्र की आवाज को राष्ट्रीय मंच मिलेगा और नए नेतृत्व को राष्ट्रीय स्तर पर उभरने का अवसर मिलेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव भारत को एक व्यवस्थित और विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पहले एनजीओ प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के सहसंयोजक रजनीकांत श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ व माला पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम के दौरान दो दर्जन से अधिक एनजीओ के संस्थापकों संचालकों को प्रमाण पत्र देकर उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन ओमप्रकाश मिश्रा ने किया। भाजपा महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, गंगापार अध्यक्ष निर्मला पासवान, नीरज त्रिपाठी, उत्तर मौर्य, डॉ शैलेश पांडेय, आशुतोष शुक्ला, संजय राजन, मनोज निषाद, ब्रिजेश त्रिपाठी, राजेश केसरवानी, उमेश तिवारी, विवेक मिश्रा, विजय श्रीवास्तव, विजय पटेल, सुजीत कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
(एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर सामाजिक संगठन संवाद का आयोजन
