जवाहर नवोदय विद्यालयों के शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण का आयोजन
प्रयागराज । R.I.S.E. परियोजना Redefining Innovative Strategies in Education: Saksham Bharat की ओर यात्रा), जो मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) इलाहाबाद द्वारा आयोजित की गई थी और नवोदय विद्यालय समिति तथा राष्ट्रीय नवोदय नेतृत्व संस्थान द्वारा प्रायोजित थी, सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस परियोजना के तहत प्रधानमंत्री श्री योजना (PM SHRI) के अंतर्गत आने वाले जवाहर नवोदय विद्यालयौ (JNVs) के शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए दो लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पहला कार्यक्रम 9 से 13 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया गया, जिसमें 42 TGT गणित शिक्षकों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से कौशल आधारित शिक्षा, समग्र विकास, सामाजिक भावनात्मक शिक्षण, तकनीकी का शिक्षण में एकीकरण, और सतत व्यावसायिक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित था। इसमें लखनऊ क्षेत्र के PM SHRI योजना से जुड़े TGT गणित शिक्षक शामिल हुए।
दूसरा कार्यक्रम 16 से 20 दिसंबर 2024 तक आयोजित हुआ, जो 28 PGT कंप्यूटर साइंस शिक्षकों के लिए था। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरुप बनाया गया था और इसमें शिक्षकों को 21 वीं सदी के कौशल सिखाने के साथ-साथ शिक्षा में तकनीकी एकीकरण पर जोर दिया गया।
MNNIT इलाहाबाद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य कौशल आधारित शिक्षा, समग्र विकास, सामाजिक-भावनात्मक शिक्षण, तकनीकी का शिक्षण में एकीकरण, और सतत व्यावसायिक विकास को प्रोत्साहित करना था, ताकि शिक्षक 21वीं सदी के छात्रों को भविष्य के लिए तैयार कर सकें।
उद्घाटन सत्र के दौरान, प्रो. आर. एस. वर्मा, निदेशक, MNNIT इलाहाबाद, ने छात्रों के समग्र विकास की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें। डॉ. शिवेश शर्मा ने कहा कि छात्रों की शैक्षणिक, भावनात्मक और सामाजिक समृधि ही उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने में मदद करती है। इस प्रशिक्षण में कुल 70 शिक्षकों ने भाग लिया, जिन्हें समापन समारोह में प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम के दौरान MNNIT इलाहाबाद के विशेषज्ञों और बाहर से आए प्रतिष्ठित वक्ताओं ने शिक्षकों के साथ विचार साझा किए। हिमांशु चौरसिया, प्रोजेक्ट पार्टनर, Cograd, ने शिक्षा में तकनीकी के उपयोग की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने छात्रों में सृजनात्मक सोच, समस्या समाधान, और नवाचार जैसे 21वीं सदी के कौशल विकसित करने के लिए उभरते हुए तकनीकी उपकरणों और विधियों का उपयोग करें।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. समीर श्रीवास्तव ने कार्यक्रम का समापन हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। उन्होंने प्रतिभागियों की उत्सुकता और समर्पण, आयोजन दल के अथक प्रयासों और नवोदय विद्यालय समिति व राष्ट्रीय नवोदय नेतृत्व संस्थान के सहयोग की सराहना की।
R.I.S.E. परियोजना शिक्षक व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देने, NEP 2020 के उद्देश्यों के साथ शिक्षकों को जोड़ने, और नवोदय विद्यालयों में एक तकनीकी-प्रेरित और समग्र शिक्षण वातावरण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक मजबूत प्रतिबद्धता का उदाहरण है।