दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
*प्रयागराज।* केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) लखनऊ तथा पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र, प्रयागराज द्वारा सी.एस.आई.आर. एरोमा मिशन परियोजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय एवं सगंध पौधों पर दो दिवसीय कौशल सह-तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। डॉ. संजय सिंह, प्रमुख, वन अनुसंधान केंद्र, प्रयागराज ने औषधीय एवं सगंध पौधो की खेती के व्यवहारिक बिंदुओं पर चर्चा की। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में प्रथम व्याख्यान वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनीता तोमर ने औषधीय पौधों के नर्सरी तैयार करने की उन्नत विधि के विषय में बताया। डॉ. राजेश वर्मा, वैज्ञानिक, सीमैप, लखनऊ ने अपने व्याख्यान में जेरेनियम की उन्नत कृषि क्रियाओं के विषय में जानकारी दी। डॉ. दीपक कुमार वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीमैप ने तुलसी की उन्नत कृषि क्रियाओं के विषय में किसानों को औगत कराया। डॉ. संजय कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीमैप तथा डॉ. राजेश वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीमैप द्वारा सतवार तथा कालमेघ की उन्नत कृषि क्रियाओं पर शोधार्थियों एवं किसानों को जागरूक किया गया। डॉ. कामिनी सिंह, वैज्ञानिक, सीमैप ने सहजन की उन्नत कृषि क्रियाओं तथा किसानों की आय को कैसे बढ़ाया जाए विषय पर चर्चा की। डॉ. कुमुद दुबे, वन अनुसंधान केंद्र, प्रयागराज ने वन धन योजना विषय पर अपना व्याख्यान दिया। राम लखन, तकनीकी अधिकारी, सीमैप, लखनऊ ने सुगंधित पौधों से तेल के आसवन, संशोधन एवं रख-रखाव की तकनीकी पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।समापन सत्र में प्रशिक्षणार्थियों के साथ वैज्ञानिकों द्वारा प्रश्नोत्तर संवाद स्थापित किया गया। इसी क्रम में श्री आलोक यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक, वन अनुसंधान केन्द्र, प्रयागराज, डॉ. अनुभा श्रीवास्तव, वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. सत्येन्द्र देव शुक्ला, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, विजय सिंह, योगेश अग्रवाल, फराज अहमद खान, चार्ली मिश्रा, नरेश, मोहुया, राहुल, सत्यव्रत ने कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग किया। विभिन्न महाविद्यालयों से आये 100 से अधिक कृषि छात्र एवं कृषकों ने प्रशिक्षण का लाभ लिया।