केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में विजय संकल्प सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर और वक्फ संशोधन अधिनियम का ‘विरोध’ कर रही हैं। इसके अलावा, गृह मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुए दंगे ‘राज्य प्रायोजित’ थे।
बनर्जी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘वोट बैंक के लिए ममता दीदी ने पतन की सीमा पार कर दी है। कुछ दिन पहले, पाक-प्रेरित आतंकियों ने हमारे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिजनों के सामने मार दिया। इन आतंकियों को सजा देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर किया गया। पाक के अंदर घुसकर आतंकियों के हेडक्वार्टर्स को तबाह कर दिया गया। आतंकियों की मौत पर दीदी को दर्द होता है। ममता बनर्जी ने घटिया सा राजनीतिक बयान देकर ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया।’शाह ने कहा कि आपने (ममता बनर्जी) ऑपरेशन सिंदूर का विरोध नहीं किया है, आपने इस देश की करोड़ों माताओं–बहनों के साथ खिलवाड़ किया है। मैं बंगाल की माताओं–बहनों से अपील करने आया हूं कि आने वाले चुनाव में ऑपरेशन सिंदूर का विरोध करने वालों को सिंदूर की कीमत समझा देना।
बनर्जी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए ऑपरेशन सिंदूर – 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए केंद्र की सैन्य प्रतिक्रिया का फायदा उठाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
अप्रैल में मुर्शिदाबाद हिंसा पर शाह ने दावा किया कि दंगों में टीएमसी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘मुर्शिदाबाद दंगे राज्य प्रायोजित थे। मुर्शिदाबाद दंगों के दौरान गृह मंत्रालय बीएसएफ की तैनाती पर जोर देता रहा, लेकिन टीएमसी सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया, ताकि हिंसा जारी रहे।’ वक्फ कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में हुए सांप्रदायिक दंगों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। गृह मंत्री ने वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध करने के लिए ममता बनर्जी की भी आलोचना की।
यह कहते हुए कि टीएमसी बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है, शाह ने कहा, ‘ममता बनर्जी ने बांग्लादेशियों के लिए बंगाल की सीमाएं खोल दी हैं। वह कभी भी घुसपैठ को नहीं रोक सकती, केवल भाजपा ही ऐसा कर सकती है।’ घुसपैठ को रोकने में बीएसएफ की अक्षमता की टीएमसी की आलोचना का जवाब देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने बीएसएफ को आवश्यक भूमि नहीं दी है। उन्होंने कहा, ‘एक बार टीएमसी सरकार बीएसएफ को आवश्यक भूमि दे दे, तो हम घुसपैठ रोक देंगे।’ शाह ने दावा किया, ‘लेकिन बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी कभी भी बीएसएफ को भूमि नहीं देगी, क्योंकि वह चाहती है कि घुसपैठ जारी रहे, ताकि वह सत्ता में बनी रहे।’