पिछले महीने प्रतिबंध हटाने के बाद से चीन में कोरोना के मामलों में भारी उछाल आया है। दुनिया के कई देश अब इस बात से चिंतित होने लगे हैं कि चीन कोरोना के सही आंकड़े पेश नहीं कर रहा है जिससे यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि कोरोना के प्रसार की वास्तविक स्थिति क्या है? यानी ड्रैगन की अपारदर्शिता लोगों के लिए खतरा बनकर सामने आ सकती है। बता दें कि भारी दबाव के बाद चीन ने सात दिसंबर को प्रतिबंधों को खोलना शुरू कर दिया जिसके बाद वहां 15 लोगों की मौत की सूचना सामने आई। इसके तुरंत बाद सरकार ने उन मानदंडों को संकुचित कर दिया जिनके द्वारा वायरस से होने वाली मौतों को दर्ज किया जाता है।
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