नारीबारी प्रमोद बाबू झा’ ग्रामीण अंचल में जहां एक और जमुना पार के विकासखंड शंकरगढ़ अंतर्गत किसानों की फसल को इस समय गांव देहात के अंचल में छुट्टा पशु बर्बाद कर रहे हैं जबकि सङक और चौराहो पर राहगीर चुटहिल हो रहे है
इस संदर्भ में किसान प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र ने बताया कि शंकरगढ़ क्षेत्र
के किसानों को वर्तमान में अधोगति का सामना करना पड़ रहा है श्री मिश्र ने बताया कि गांव का किसान जैसे तैसे धानका बेहन डाल कर खेती किया है वह समय से पके वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अंचल में छुट्टा मवेशियों के चलते किसानों की भारी दुर्दशा है और धान की फसल वरवाद छुट्टा पशु बर्बाद कर रहे है श्री मिश्र ने बताया कि शंकरगढ़ जूही चौराहा नारी बारी गन्ने सोनबरसा शिवराजपुर चौराहा लोहगरा देवरा सतपुरा सिंहपुर गदा मार नोड़िया उपरहार पूरे बघेल सीध टिकट सहित तमाम गांवो में छुट्टा पशुओं की बाढ़ सी आ गई है उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के रीवा साइड से गाड़ियों में लाद कर के रात को छुट्टा पशु छोड़े जा रहे हैं जिससे कि शंकरगढ़ के अंतर्गत इस समय भारी हाहाकार मचा है उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा व्यवस्था नहीं की गई तो ग्रामीण अंचल का किसान पूरी और बर्बाद हो जाएगा उधर ग्राम सभा टिकरोही कला के पूर्व प्रधान जीत बहादुर सिंह ने बताया कि छुट्टा पशुओं की समस्या का यह आलम है कि राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर के गांव देहात की सड़कों पर 25 से50 मवेशी जिधर देखिए वहां खड़े रहते हैं नारीबारी शंकरगढ़ के बीच रानीगंज बसहरा जूही चौराहा का जिक्र करते हुए श्री सिंह ने कहा कि रात में इन छुट्टा पशुओं के चलते तमाम लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं यह समस्या इतनी जटिल हो चुकी है कि किसानों के लिए उगिलत लीलत पीर घनेरी वाली कहावत चरितार्थ हो रही है श्री सिंह ने कहा कि इसके लिए सरकार के द्वारा भी ध्यान देने की जरूरत है और साथ ही आसपास के गांव के जागरूक नागरिकों को भी इस संदर्भ में चेतने और जागरूक होने की जरूरत है जिससे कि जो धान की आधी अधूरी फसल है वह किसानों को अंत तक उनके लिए लाभदाई हो सके और आवारा पशुओं द्वारा नुकसान से वचा जा सके