वर्तमान परिदृश्य में कंप्यूटर शिक्षण कौशल एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अध्यापकों का महत्वपूर्ण शैक्षिक अधिगम सामग्री – राजेंद्र प्रताप
प्रयागराज ।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रयागराज में उप शिक्षा निदेशक राजेंद्र प्रताप के मार्गदर्शन एवं डायट प्रवक्ता विपिन कुमार के संयोजन में जनपद स्तरीय डिजिटल लिटरेसी कोडिंग और कंप्यूटेशनल थिंकिंग तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पाठ्यक्रम पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। यह यह प्रशिक्षण जनपद प्रयागराज के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संविलियन विद्यालय के कुल 800 अध्यापकों का प्रशिक्षण किया जाना है जो चार चक्र में समाप्त किया जाएगा। प्रथम चक्र का शुभारंभ 3.12.2024 से 7/12 / 2024 तक रहा। इस प्रशिक्षण में कंप्यूटर से संबंधित शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को समावेश किया जाएगा जिसमें, कंप्यूटर का परिचय, एमएस वर्ड एमएस एक्सल ,एमएस पेंट ,स्क्रैच पाइथन ,प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिसिस ,साइबर क्राइम ,साइबर सुरक्षा एवं साइबर एथिक्स विषय वस्तुओं को सम्मिलित किया गया। संदर्भ दाता के रूप में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता विपिन कुमार ,परिषदीय विद्यालय के शिक्षक डॉ शरद कुमार मिश्रा ,अनुराग पांडे, निर्मल कुमार मिश्र ,निधि श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश मिश्रा ने व्यवस्थित समय सारणी के अनुसार विषय वस्तुओं पर चर्चा एवं गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण को संपन्न कराया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य अध्यापकों में कंप्यूटर की कौशल विकसित करना है ताकि वह अपने विद्यालयों में बच्चों को नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षण शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को संपादित कर सके। शिक्षण कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने संबोधन करते हुए बताया जब आप प्रशिक्षण दे रहे हो तो उसके सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों पहलू होते हैं इसलिए आप सकारात्मकता के साथ शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं कंप्यूटर कौशल का प्रयोग कर शिक्षण प्रक्रिया को संपादित करें ताकि जनपद स्तर की शिक्षण अधिगम स्तर उच्च हो सके । अपने संबोधन में सर ने बताया कि जब भी विषय वस्तु का शिक्षण करें तो सर्वप्रथम स्वयं तैयार होकर जाएं और विषय वस्तु स्पष्ट रूप से बताएं ताकि बच्चे त्रुटियां कम से कम करें और बच्चे समझ आधारित शिक्षण को सीख सकें। वर्तमान समय में प्रौद्योगिकी एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन का एक महत्वपूर्ण अंश हो गया है इसलिए आप इस पांच दिवसी प्रशिक्षण में जो कुछ सीखे हैं उसको ईमानदारी पूर्वक अपने-अपने विद्यालय में लागू प्रशिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावित बनाएं। इस प्रशिक्षण में डायट प्रवक्ता वीरभद्र प्रताप सहित डायट परिवार के समस्त कर्मचारियों की सुंदर सहभागिता रही।अंत में प्राचार्य सर के कर कमलों द्वारा सभी परिषदीय शिक्षकों को इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया।