कोरोना के मामले जहां थमते नज़र आ रहे हैं वहीं डेंगू बुखार लोगों को परेशान कर रहा है। डेंगू बुखार मादा एडीज मच्छर के काटने से होता है जिसकी वजह से मरीज़ को तेज़ बुखार आता है। डेंगू में सिरदर्द, रीढ़ की हड्डी में तेज दर्द, कमजोरी और प्लेटलेट काउंट गिरने के कारण बॉडी में बेहद कमजोरी हो जाती है। डेंगू बुखार के मामले जुलाई से अक्टूबर के महीने में सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। इस साल देश के कई हिस्सों में डेंगू अपना कहर ठहा रहा है। इसके नए-नए वैरिएंट लोगों को परेशान कर रहे हैं। डेंगू से रिकवर होने के बाद भी लोगों में इसके कई तरह के साइफ इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। आप भी डेंगू से रिकवर हुए हैं तो उसके साइड इफेक्ट के बारे में जानिए साथ ही बचाव के उपाय भी।डेंगू से रिकवर होने के बाद बॉडी में कमजोरी होने लगती है जिसे रिकवर होने में समय लगता है। प्लेटलेट्स में कमी की वजह से ठीक होने के बावजूद भी कमजोरी महसूस होती है। अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो ये दिक्कत लंबे समय तक बनी रह सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप बेस्ट डाइट लें। बॉडी में पानी की कमी को पूरा करने के लिए सब्जियों के जूस का सेवन करें। नारियल पानी का सेवन करें।डेंगू बुखार में शरीर में बेहद दर्द रहता है लेकिन यह दर्द बुखार से रिकवर होने के बाद भी रह सकता है। बॉडी में वीकनेस को दूर करने के लिए हल्दी के दूध का सेवन करें। हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है जो मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी को बूस्ट करती है।
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