नॉर्वे के एक धुर दक्षिणपंथी सांसद ने बुधवार को कहा कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पश्चिम एशिया में उनके प्रयासों को देखते हुए नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया है। दक्षिणपंथी ‘प्रोग्रेस पार्टी’ की तरफ से नॉर्वे की संसद के सदस्य क्रिश्चन टायब्रिंग-गेजेड ने कहा कि “संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के बीच शांति समझौते को लेकर” नोबेल शांति पुरस्कार देने के लिये ट्रंप के नाम पर विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रंप की इस पहल से पश्चिम एशिया में संभावित शांति का रास्ता बना है।टायब्रिंग-गेजेड ने कहा, “इससे फर्क नहीं पड़ता कि घर पर ट्रंप का व्यवहार कैसा है और संवाददाता सम्मेलनों में वह क्या कहते हैं, निश्चित रूप से उनके पास नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त करने का मौका है।” उन्होंने कहा कि ट्रंप को उन्होंने बुधवार को नामित किया और नोबेल शांति पुरस्कार के “पैमाने को ट्रंप पूरा करते हैं।” टायब्रिंग-गेजेड नॉर्वे के उन दो सांसदों में से एक हैं जिन्होंने 2018 में भी ट्रंप को उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सुलह के प्रयासों को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया था। कोई भी सांसद किसी को नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित कर सकता है। नोबेल शांति पुरस्कारों के लिये उम्मीदवारों के नाम पर विचार और उन्हें पुरस्कार देने की प्रक्रिया नॉर्वे में पूरी होती है जबकि अन्य नोबेल पुरस्कार पड़ोसी देश स्वीडन में दिये जाते हैं। नॉर्वे की नोबेल समिति के समक्ष एक फरवरी तक नामांकन भेजने होते हैं।
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