कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मीडिया से बातचीत की पटकथा लिखने का आरोप लगाया और कहा कि अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत, उनमें बिना किसी निर्देश के प्रेस वार्ता आयोजित करने का साहस नहीं है। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि दुनिया भर के नेता समय-समय पर स्वतंत्र प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, लेकिन हमारे यहां 11 साल से कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई है।
जयराम रमेश ने कहा कि हर देश का शासनाध्यक्ष समय-समय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते ही हैं। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री को प्रेस के सीधे सवालों का सामना किए हुए 11 साल हो चुके हैं। पिछले साल चुनाव प्रचार के दौरान श्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया इंटरैक्शन को एक शो की तरह प्रोड्यूस, डायरेक्ट और स्क्रिप्ट किया – जिसमें उन्होंने खुद को “नॉन-बायोलॉजिकल” बताने वाला चर्चित दावा भी किया था। लेकिन अब तक उन्होंने कभी भी बिना एडिटिंग, बिना स्क्रिप्ट वाली एक भी असली प्रेस मीटिंग करने का साहस नहीं दिखाया।
उन्होंने कहा कि यह उनके पूर्व प्रधानमंत्रियों से बिल्कुल उलट है। जिनसे वे विशेष रूप से नफरत करते हैं, वे तो लगभग हर दूसरे महीने बेधड़क प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे, जहां उनसे कठोर सवाल पूछे जाते थे और वे गंभीरता व संयम से जवाब देते थे। हमारे लोकतंत्र की बुनियादें ऐसी ही संवाद परंपराओं से मजबूत हुई है। रमेश ने कहा कि सवाल एक ही है, प्रधानमंत्री बने हुए नरेंद्र मोदी जी को 11 साल हो गए हैं और 11 साल में एक बार भी उन्होंने स्वतंत्र इच्छा से मीडिया से वार्ता नहीं की है। दुनिया में ऐसा कोई प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति नहीं है जिसने अपने कार्यकाल के दौरान मीडिया से बातचीत ना की हो। 11 साल से उनकी एक प्रेस वार्ता या भेंट वार्ता नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि बिना स्क्रिप्ट, बिना लिखे, निडर होकर वे(पीएम मोदी) मीडिया से बातचीत क्यों नहीं करते हैं?… पिछले 11 साल से प्रधानमंत्री डरे हुए क्यों हैं?… आप मीडिया से बातचीत क्यों नहीं करते?… यदि आपकी नीयत साफ है और आप सचमुच में कुछ छिपा नहीं रहे हैं तो (पत्रकारों से)भेंटवार्ता कीजिए… सभी प्रधानमंत्रियों ने अपने शासनकाल में प्रेस से बातचीत की थी।