जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और पिछले सप्ताह पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक है जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास पर बैठक करीब 30 मिनट तक चली।
आतंकी हमले के बाद, भारत ने सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन के जवाब में कई उपायों की घोषणा की। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करना और उच्चायोगों के कर्मचारियों की संख्या कम करना शामिल है। भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी प्रकार के वीजा रद्द कर दिए और उन्हें 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया। भारत ने पाकिस्तानी एयरलाइनों द्वारा संचालित उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र भी बंद कर दिया।
जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापार को निलंबित करने की घोषणा की, जिसमें पाकिस्तान के माध्यम से किसी तीसरे देश के साथ व्यापार भी शामिल है और भारतीय एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से रोक दिया। पाकिस्तानी सेना लगातार आठवें दिन भी सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है, जम्मू-कश्मीर के पांच जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर छोटे हथियारों से गोलीबारी कर रही है।