आतंकवाद को रोकने के लिए भारत और फ्रांस के बीच बैठक हुई। इस आतंकवाद-रोधी बैठक में भारत-फ्रांस ने जोर देते हुए आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने पर जोर दिया है। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, दोनों देशों ने कहा कि उनके नियंत्रण वाले क्षेत्रों का उपयोग आतंकवादी हमलों की योजना बनाने या आतंकवादियों को पनाह देने/प्रशिक्षित करने के लिए नहीं किया जा सकता है। इसके तहत अल-कायदा आईएसआईएस/दाएश लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए मोहम्मद और हिज़्ब-उल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया।इसके साथ ही दोनों पक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आतंकवादी खतरे का आकलन किया और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया कि अफगान क्षेत्र कट्टरपंथ, आतंकवाद का स्रोत नहीं बन जाता है। दोनों देशों की यह बैठक फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुई। अब इस आतंकवाद विरोधी संयुक्त अगली बैठक 2022 में भारत में होगी।
Related posts
-
अपने लफड़े में हमें मत फंसाओ, पाकिस्तान को हथियार देने से पलट गया तुर्की
भारत के एक्शन से बौखलाया पाकिस्तान इस वक्त जो मन में आया बोल रहा है। चीन... -
कश्मीर हमले में हुई NATO की एंट्री, अपना सबसे खूंखार रॉकेट भारत भेज दिया
भारत पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच एक और सामरिक फायदा भारत को मिल रहा है।... -
खौफजदा शहबाज की हालत हुई खराब, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट
उरी, पठानकोट, पुलवामा, पहलगाम भारत ने बहुत सब्र दिखा लिया। देश का बहुत खून भी बह...