उत्तर भारत में गर्मी अपने चरम पर है और मौसम विभाग लगातार तापमान में वृद्धि की चेतावनी दे रहा है । इस बदलते मौसम के बीच आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी तेज़ी से बढ़ रही हैं। इसी संदर्भ में प्रयागराज – चित्रकूट मार्ग में शिवराजपुर स्थित सद्गुरु हॉस्पिटल एण्ड क्रिटिकल केयर सेंटर के प्रबंधक डॉ. प्रताप सिंह ने शंकरगढ़ के वरिष्ठ संवाददाता से विशेष बातचीत में कहा कि लापरवाही बरतना खतरनाक साबित हो सकता है । गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, डायरिया और लूज मोशन जैसी बीमारियां आम हो जाती हैं और इनमें से कुछ स्थिति में जानलेवा भी बन सकती हैं । उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा, इसलिए अभी से सतर्कता बेहद आवश्यक है । उन्होंने कहा कि विशेष रूप से दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए , अगर बाहर निकलना जरूरी हो तो शरीर को ढककर निकलें और साथ में पानी या नमक – चीनी का घोल जरूर पिएं, ताकि शरीर में जल की कमी न हो । डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि बच्चों का विशेष ध्यान रखें, उन्हें सफेद व हल्के कपड़े पहनाए और शरीर को पूरी तरह ढककर रखें ताकि धूप की गर्मी से बचाव हो सके । उन्होंने कहा कि गर्मियों में बाजार में बिकने वाले कोल्ड ड्रिंक्स से दूरी बनाएं क्योंकि ये शरीर को क्षणिक ठंडक देने के बावजूद नुकसान पहुंचा सकते हैं ,इसके स्थान पर नींबू पानी, बेल शरबत, और अन्य प्राकृतिक पेयों का सेवन करें । डॉ. प्रताप सिंह ने मीडिया के माध्यम से क्षेत्रीय लोगों से अपील की कि वे इस मौसम को हल्के में न लें । बाहर निकलने से पहले पानी पिएं, सावधानी बरतें और खुद को गर्मी से सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी उपाय अपनाएं ।
भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप व गर्म हवा से रहे सुरक्षित : डॉ. प्रताप सिंह
