पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य में आयोजित होने वाले वार्षिक गंगासागर मेले के लिए धनराशि मुहैया नहीं करायी जबकि कुंभ मेले के लिए उसने काफी मदद की थी। शहर के ओटराम घाट पर गंगासागर मेला 2020 का शुभारंभ करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘गंगासागर मेला कुंभ मेल जैसा है। केंद्र सरकार ने कुंभ मेले के लिए धनराशि दी थी लेकिन गंगासागर के लिए कोई वित्तीय सहायता नहीं दी।’’कुंभ मेले का आयोजन हरिद्वार, इलाहाबाद, नासिक और उज्जैन में होता है। मकर संक्रांति पर लगने वाले मेले के सुगम आयोजन के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चलायी गयी विभिन्न परियोजनाओं को गिनाते हुए बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार सागर द्वीप को विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार तीर्थयात्रा पर लगने वाले कर को नहीं लेने का फैसला पहले ही कर चुकी है। गंगोत्री से निकलकर गंगा नदी पश्चिम बंगाल में आकर सागर में मिलती है। गंगा का जहां सागर से मिलन होता है, उस स्थान को गंगासागर कहते हैं। हर साल देश के विभिन्न हिस्से से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं।
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