माघ मेला: बसंत पंचमी पर तीस लाख श्रद्धालुओं ने लगायी डुबकी

प्रयागराज। तीर्थराज प्रयाग में संगम की रेती पर चल रहे माघ मेले में बसंत पंचमी के अवसर पर गुरूवार को सायं छह बजे तक लगभग तीस लाख लोगों ने संगम और गंगा के विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई और स्नान के बाद पूजा पाठ किया। देर शाम तक पूरे मेला क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं थी।

माघ मेला के चैथे प्रमुख स्नान पर्व बसंत पंचमी पर गंगा, जमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी संगम तट पर भोर में चार बजे से ही आस्था का सैलाब उमड़ने लगा। स्नानार्थी देर शाम तक संगम के अलावा गंगा के विभिन्न घाटों पर स्नान करते रहे। मेला प्रशासन का दावा है कि चतुर्थ मुख्य स्नान पर्व बसंत पंचमी सकुशल एवं निर्विध्न सम्पन्न हुआ। स्नान के बाद लोगों ने घाटों पर पूजन-अर्चन कर दान भी दिया।
मेले में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत आरएएफ, पीएसी तथा नागरिक पुलिस के जवानों द्वारा दिन भर सतत निगरानी रखी गयी। सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवान मेले पर लगातार निगाह रखे हुए थे। मण्डलायुक्त आशीष कुमार गोयल, जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी, कुम्भ मेलाधिकारी रजनीश मिश्र, आईजी रेंज कविन्द्र प्रताप सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज समेत अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी दिन भर मेला क्षेत्र और स्नान घाटों का भ्रमण किये।

दस जनवरी से चल रहा है माघ मेला
गौरतलब है कि संगम की रेती पर इस वर्ष करीब ढाई हजार बीघे में बसा माघ मेला दस जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ माघ मेले का आगाज हुआ। इस अवसर पर संगम समेत अन्य घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगायी। 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान पर्व था। इसके बाद 24 जनवरी को माघ मेले के सबसे प्रमुख और बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। मेले का अंतिम मुख्य स्नान पर्व माघी पूर्णिमा 09 फरवरी को है। वैसे मेला 21 फरवरी को पड़ने वाले महाशिवरात्रि के पर्व तक जारी रहेगा।

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