मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड आफ इंडिया (एमपीएलबीआइ) द्वारा चलाए जा रहे संपर्क अभियान का पहला चरण बुधवार को समाप्त हो गया। लखनऊ के कैंपवेल रोड पर आयोजित समापन कार्यक्रम में हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई आदि धर्मों के लोगों से संपर्क, समन्वय व संवाद स्थापित किया गया। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड आफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव डा. मुईन अहमद खान ने कहा कि देश की ऋषि, मुनि, सूफी परंपरा के रास्ते पर चलकर अतिवादी समूह को परास्त करना, सभी धर्मों का सम्मान करना बोर्ड का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में लगातार हो रही मानव हत्याओं के लिए पाकिस्तान के समर्थक समूह को जवाब देने की जरूरत है।कश्मीर में भारतीयों की हो रही हत्याओं को रोकने व शांति स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाकर पाकिस्तानी सेना व वहां की सरकार को जवाब देने के साथ कश्मीर की सूफी परंपरा को पुनः स्थापित करने की दिशा में सार्थक प्रयास करे। बांग्लादेश में जिस तरह धर्म की आड़ में नवरात्र में हिंदू भाइयों पर हमले हुए और मंदिरों व घरों में आग लगाई गई, उसकी इस्लाम कतई इजाजत नहीं देता। इस मामले में भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार को सख्त कदम उठाने के लिए कड़ा संदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी तरह इस्लाम के अनुयायियों पर लगातार तीखी राजनीति हो या नफरत के लिए हिंदू भाइयों को गुमराह करने की रणनीति, इससे देश का भला नहीं होने वाला है। वोट की राजनीति के लिए धर्म को धर्म, जाति को जाति से लड़ाने की प्रवृत्ति एकता व विकास को बाधित करता है। देश मे शांति व सौहार्द के लिए बोर्ड आगे काम करता रहेगा। कार्यक्रम में ब्राह्मण सभा के बिंदुसार पांडेय,बौद्ध विद्वान राम प्रसाद बौद्ध,सिख धर्म के सरदार जोगेंद्र सिंह,सनातन धर्म के विचारक समाजसेवी उमेश शुक्ला व योगेंद्र नाथ त्रिपाठी सहित कई लोगों ने संबोधित किया।
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