प्रयागराज ! दायरा शाह अजमल के ऐतिहासिक इमामबाड़ा नवाब अब्बन से अपनी पुरानी परम्परा का निर्वहन करते हुए चौथी पीढ़ी के अस्करी अब्बास व अन्य लोगो ने इमामबाड़े मे तबरुकात पर चढ़ाए गए फूलों और ताज़िये को यमुना नदी की बीच धारा मे अलवेदा कहते हुए सैरा दिया गया।एक दर्जन से अधिक अज़ादारों ने दो नाव पर बैठ कर नौहा भी पढ़ा और अश्कों का नजराना पेश करते हुए ताज़िये व फूलों को दरिया ए यमुना के हवाले कर दिया।शादाब ज़मन ,शबीह अब्बास ,यासिर ज़ैदी ,अखलाक़ रज़ा ,अमन जायसी ,अली रज़ा रिज़वी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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