इंग्लैंड ने बुधवार को पुणे के एमसीए स्टेडियम में नीदरलैंड पर 160 रन की जीत के साथ चैंपियंस ट्रॉफी क्वालीफिकेशन की अपनी संभावनाओं को मजबूत किया। गत चैंपियन के लिए यह टूर्नामेंट की केवल दूसरी जीत थी। वे आठ में से छह मैच हार चुके हैं। जबकि इंग्लैंड कोलकाता के ईडन गार्डन्स में अपने अंतिम लीग चरण के मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ेगा। वहीं, जोस बटलर सहित इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों के भविष्य पर संदेह है। इंग्लैंड के कप्तान बल्ले से बुरी तरह खराब फॉर्म में हैं और एक कप्तान के रूप में उनके कुछ फैसलों पर भी सवाल उठाए गए हैं। लेकिन बटलर भविष्य में भी सफेद गेंद वाले क्रिकेट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान बने रहने के इच्छुक हैं।
हालाँकि, उन्होंने स्वीकार किया कि अंतिम निर्णय इंग्लैंड पुरुष क्रिकेट के निदेशक रॉब की द्वारा लिया जाएगा जो आगामी वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम चुनने के लिए जल्द ही भारत पहुंचेंगे। कप्तानी के सवाल पर उन्होंने कहा कि हां, मैं (अगले महीने सफेद गेंद के दौरे में टीम की कप्तानी करना) चाहूंगा। मुझे पता है कि रोब की आज भारत आ रहे है, मुझे लगता है। तो, हाँ, हम उनके और कोच तथा सभी के साथ कुछ अच्छी बातचीत कर सकते हैं और उस दौरे के लिए एक योजना बना सकते हैं। इस विश्व कप में बल्ले से रन नहीं बनाने के बारे में बात करते हुए जोस बटलर ने स्वीकार किया कि लगातार चूकना निराशाजनक था जबकि वह टीम के लिए आगे बढ़कर नेतृत्व करने के लिए बेताब हैं।
बटलर ने कहा कि आप आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहते हैं और अपने प्रदर्शन से ऐसा करना चाहते हैं। तो, हाँ, बहुत निराशा है, फिर से, योगदान न देने के लिए, लेकिन मैं उस चीज़ पर कायम रहूँगा जिसने मुझे लंबे समय तक अच्छी सेवा दी है जब मेरे पास ये छोटे-छोटे फॉर्म थे और, जैसा कि मैंने कहा, उम्मीद है कि इसका दूसरा पहलू भी जल्द ही सामने आएगा। इंग्लैंड चैंपियंस ट्रॉफी में जगह पक्की करने की होड़ में है और भले ही वह फिलहाल सातवें स्थान पर है, लेकिन टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने के लिए उसे शनिवार (11 नवंबर) को पाकिस्तान के खिलाफ अपना आखिरी मैच जीतना होगा।