प्रयागराज।* आज दिनांक 01.12.2021 को पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र, प्रयागराज द्वारा केन्द्र परिसर में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत “आजीविका में सुधार” विषय पर एक दिवसीय “वृक्ष उत्पादक मेला” का आयोजन किया गया। मेला का उद्घाटन डा० अजय कुमार, विधायक, बारा, प्रयागराज द्वारा किया गया। मेला की शुरुआत मुख्य अतिथि तथा डा० संजय सिंह, प्रमुख के साथ केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। डा० सिंह ने अपने स्वागत भाषण में केन्द्र द्वारा आयोजित मेला के उद्देश्य को बताया। उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा वानिकी प्रसार हेतु दिये गये सुझाव के अंतर्गत यूकेलिप्टस के स्थान पर वैकल्पिक वृक्ष सहजन, मीलिया डूबिया, गम्हार, सागौन, पॉपलर, आँवला तथा शीशम आदि प्रजातियों के रोपण पर प्रकाश डाला, जो कि कृषिवानिकी के माध्यम से किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होंगे साथ ही उपस्थित कृषि वैज्ञानिकों से वानिकी विस्तार के माध्यम से पर्यावरण तथा किसानों की आय को बढ़ाने हेतु कदम से कदम मिलाकर चलने का आह्वान किया। डा0 सिंह ने कृषिवानिकी के विभिन्न लाभदायक प्रजातियों के आर्थिक महत्व पर प्रकाश डाला तथा शोध द्वारा स्थानीय जलवायु हेतु चयनित रोपण सामग्री प्रदान करने का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम की आयोजन सचिव तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० कुमुद दूबे ने मेले के माध्यम से आजीविका बढ़ाने में वानिकी के हस्तक्षेप पर प्रकाश डाला। उन्होने आयोजित मेले में विभिन्न संस्थानों तथा उ० प्र० वन विभाग व वन निगम द्वारा लगाये गये प्रदर्शन शिविर के बारे में प्रकाश डाला तथा प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वन निगम की पर्यावरण में भूमिका से भी अवगत कराया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा० अजय कुमार ने केन्द्र द्वारा आयोजित मेला की सराहना करते हुए केन्द्र के अनुसंधानकर्ताओं का उत्साह वर्द्धन किया। उन्होने वैज्ञानिकों से अनुसंधान को किताबों तथा प्रयोगशाला तक सीमित न रखकर समाज में सामान्य जन हेतु वानिकी के प्रसार का आह्वान किया साथ ही वेद व पुराणों के कुछ चर्चित किस्सों के माध्यम से वानिकी को बढ़ाने पर बल दिया। उन्होने पर्यावरण सुधार में सामाजिक वानिकी को ही एकमात्र मार्ग तथा वैज्ञानिकों को पथ प्रदर्शक बताया। केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० अनीता तोमर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। डा० अजय ने मेले में विभिन्न संस्थानों द्वारा लगाये गये प्रदर्शन शिविर का भ्रमण किया तथा उनसे अपने अनुभव साझा करते हुए उन्हे कुछ सुझाव भी दिये। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से करीब दो – ढाई हजार उपस्थित किसानों ने विभिन्न संस्थानों द्वारा लगाये गये प्रदर्शन शिविरों के माध्यम से अपनी आय को बढ़ाने हेतु वानिकी संबंधित जानकारियां प्राप्त की। कार्यक्रम में एक नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया जिसका विषय “मेड़ पर पेड” था, जिसके माध्यम से कृषिवानिकी को बढ़ावा देने पर बल दिया गया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में विशिष्ट अतिथि एन0 रवीन्द्र, मुख्य वन संरक्षक, प्रयागराज द्वारा सभी प्रदर्शन स्टाल को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र दिया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आलोक यादव तथा डा० अनुभा श्रीवास्तव द्वारा कृषकों से संवाद स्थापित किया गया। कार्यक्रम का सफल आयोजन डा० एस० डी० शुक्ला, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी तथा रतन गुप्ता के मार्गदर्शन में साजन कुमार एवं विभिन्न परियोजनाओ में कार्यरत शोधछात्रो द्वारा सम्पन्न हुआ।
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