प्रयागराज। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सामग्री आपूर्ति की योजना पर चर्चा करने हेतु बिजली विभाग, कोर इलाहाबाद ने शुक्रवार को वेंडर मीट आयोजित किया। जिसमें 48 कोर अनुमोदित वेंडरों तथा आर.ई ठेकेदारों ने भाग लिया।
यशपाल सिंह, महाप्रबंधक, कोर ने कहा कि रेल विद्युतीकरण के लक्ष्य प्रत्येक वर्ष बढ़ जाते हैं। पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में कोर ने 3613 रूट किमी का विद्युतीकरण किया था जो कोर के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है। उन्होंने यह भी कहा कि परिवहन की कुशल प्रणाली की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए, नई लाइनों, दोहरीकरण, चैहरीकरण तथा अपग्रेडेशन कार्यों में तेजी लाने के लिए रेल विद्युतीकरण सामग्रियों की मॉंग कम से कम 10-15 वर्षों तक बनी रहेगी।
मुख्य बिजली इंजीनियर एम.पी कोर डी.बी सिंह ने कहा कि रेल परियोजनाओं को समय से पूरा करने में सामग्री आपूर्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आलोक गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कोर ने सभी विक्रेताओं द्वारा वर्ष 2020-21 के दौरान रेल विद्युतीकरण कार्यों को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई मांग के अनुसार सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सम्मिलित रूप से सभी संगठनों द्वारा कोर, आरवीएनएल, इरकान, पीजीसीआईएल, राइट्स, कोंकण रेलवे तथा क्षेत्रीय रेलों द्वारा कुल 35276 रूट किमी का विद्युतीकरण किया गया था, वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 6000 रूट किमी का लक्ष्य होगा। उन्होंने रेल विद्युतीकरण ठेकेदारों विक्रताओं को सप्लाई ऑर्डर समय से देने पर भी जोर दिया। उन्होंने रेल विद्युतीकरण कार्य के लिए मदों के पूरे सेट्स की आपूर्ति हेतु वेन्डरों द्वारा फेरबदल करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।