लालगोपालगंज । श्रृंगी ऋषि की तपोभूमि एवं प्रभु श्रीराम की कर्मभूमि श्रृंगवेरपुरधाम में श्रीराम नवमी पर विशाल कार्यक्रम का आयोजन श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वावधान में किया गया है। जिसकी तैयारियां जोरों शोरो से चल रही है। स्थानीय ब्राह्मण और ग्रामीण समेत दूरदराज क्षेत्र से भक्तो का आगमन श्रृंगवेरपुरधाम में हो रहा है। श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने जानकारी देते हुए कहा कि भगवान राम के बाल स्वरूप पर 51 लीटर दुग्ध से महाभिषेक सम्पन्न किया जाएगा। वेद विद्वान और बटुकों के द्वारा मंत्रोच्चारण किया जाएगा। श्रीराम के मन्त्रो से श्रृंगवेरपुरधाम में सकारात्मक ऊर्जा का प्रचार प्रसार किया जाएगा।
श्रृंगवेरपुरधाम स्थित श्रीराम संध्या मठ वही स्थान है जहाँ भगवान श्री राम ने त्रेता युग मे जटा जूट रूप धारण करके वनवास के लिए रवाना हुए थे। इसी स्थान को श्रीराम घाट के नाम से जाना जाता है। भगवान श्रीराम ,अनुज लक्ष्मण और माता सीता ने यहां पर मां गंगा की पूजा दो बार किया था। माता गंगा ने साक्षात प्रकट होकर शरीर रूप धारण किया था। मान्यताओं के अनुसार श्रीराम घाट पर मां गंगा की पूजन करने से सभी दुःखो का नाश हो जाता है।