नवाबगंज । श्रृंग्वेरपुरधाम मे चल रही सात दिवसीय मत्स्य महापुराण कथा मे श्रृंग्वेरपुरधाम पीठाधीशवर महंत रामप्रसाद दास शास्त्री महाराज ने बताया कि सावन का महीना भगवान शंकर का महीना होता है। इस महीने मे भगवान शिव को दूध से अभिषेक कराया जाता है। जल अभिषेक करने से शारीरिक कष्ट दूर हो जाते है। वही सावन मे दूध, भादो मे दही, कुवार मे घी , माघ मे धनिया, पूष मे चीनी, माघ मे नमक, और फाल्गुन मे गुड़ का सेवन व्यक्ति के लिए हानिकारक होता है। इसलिए हमें हर महीने सनातन धर्म मे लिखित भोज्य पदार्थो का सेवन करना चाहिए। इसके साथ बताया कि पुराण कथा श्रवण मात्र से ही मोक्ष के द्वारा खुल जाते है। पुराणों मे लिखा है कि रविवार को कपिला गाय का दान करने से मानव की सभी बधाएं दूर हो जाती है। तुसली साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। बताया कि प्रतिदिन सायंकाल गंगा आरती के साथ समाज कल्याण के लिए पूजन कार्यक्रम भी किया जा रहा है। उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी का कहना है कि कार्यक्रम का उद्देश्य सनातन धर्म कि नैतिकता का प्रचार प्रसार करना है। सनातन नैतिकता के मूल तत्वों को जन जन तक पहुंचाना हमारा उद्देश्य है। इस अवसर पर वैभव मिश्र, हरि भट्ट, भानु सिंह, आराध्या पाण्डेय, अभिषेक मिश्र, गोपाल मिश्र समेत अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
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