कोरोना वायरस के कहर से बचाव के लिए एक तरफ जहां जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी कड़ी तोड़ने के लिए जनभागीदारी की अपील की है। कोरोना के वैश्विक प्रभाव का हवाला देते हुए देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि इसका इलाज फिलहाल सामने नहीं आया है और ऐसे में बचाव ही सबसे बड़ा रास्ता है। उन्होंने अपील की कि आगामी रविवार को सुबह 7 से रात 9 बजे तक सभी अपने घर में ही रहें। यह जनता के लिए, जनता के द्वारा लगाया गया जनता कर्फ्यू होगा। उनके संबोधन से पहले ही सरकार की ओर से भीड़ भाड़ को रोकने के लिए कई कदमों की घोषणा की गई थी।कोरोना के खिलाफ सफल लड़ाई के लिए कुछ वक्त की मांग करते हुए प्रधानमंत्री ने यह संदेश दे दिया है कि आने वाले कुछ दिनों तक संयम और संकल्प के साथ काम करना होगा। फिलहाल भारत ऐसे देशों में शुमार है जहां कोरोना का बहुत बड़ा असर नहीं दिखा है। लेकिन प्रधानमंत्री ने आगाह किया कि ऐसी सोच ठीक नहीं है कि हम बचे हुए हैं। कई देशों में देखा गया है कि यह एकबारगी तेजी से फैलता है। अभी तक कोरोना के लिए कोई वैक्सीन नहीं तैयार हुआ है। ऐसे में एहतियात ही अहम है।लगभग आधे घंटे के संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा -‘कोरोना ने विश्व भर में पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है। प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे..आज मैं आप सबसे कुछ मांगने आया हूं। मुझे आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए।’ दरअसल जनता कर्फ्यू के जरिए प्रधानमंत्री देशवासियों में सोशल डिस्टेंसिंग की आदत डालना चाहते हैं, ताकि कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा कम हो।न्होंने राज्य सरकारों से भी आग्रह किया कि वह जनता कर्फ्यू का लागू कराने में मदद करें। इसमें डाक्टर, मीडिया, अस्पतालों व एयरपोर्ट पर काम करने वाले अन्य लोगों को ही छूट मिलेगी। यही कारण है कि प्रधानमंत्री ने आग्रह किया कि इस दौरान रूटीन चेकअप, किसी ऐसे आपरेशन जिसे टाला जा सकता हो उससे भी बचें। प्रधानमंत्री ने डाक्टरों, मीडिया, होम डिलीवरी करने वाले कर्मियों आदि के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनता कर्फ्यू के दौरान भी शाम पांच बजे पांच मिनट के लिए घर की बालकनी से ताली या थाली बजाकर ऐसे लोगों को धन्यवाद दें। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘यह कर्फ्यू तय करेगा कि हम कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए कितने तैयार हैं।’पीएम मोदी के अनुसार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक कोई व्यक्ति घर से बाहर न निकले। अपने आप से कर्फ्यू जैसे हालात करने हैं। पीएम ने अपील की कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताएं। पीएम ने अपील की कि रविवार को ठीक 5 बजे हम घर के दरवाजे पर खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें जो कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
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