देवदीपवाली का पर्व सनातन धर्म और संस्कृति का जीवंत प्रमाण है — ओंकारनाथ त्रिपाठी

प्रयागराज। शुक्रवार यहां न्यालय परिसर में स्थित न्याय धाम मंदिर में सरस्वती माता बजरंगबली हनुमान जी ब्रह्मा जी गणेश जी एवं लक्ष्मी माता की विधिवत पूजा की गई उक्त अवसर पर हिंदी अधिवक्ता मंच के संयोजक ओंकार नाथ त्रिपाठी ने कहा कि देवदीपावली सनातन धर्म व संस्कृति का जीवंत प्रमाण है। उक्त अवसर पर ज्ञान की देवी सरस्वती माता प्रभु हनुमान जी भगवान गणेश भगवान ब्रह्मा जी माता लक्ष्मी जी की प्रतिमा की दिव्य और भव्य पूजा की गई मुख्य पूजा सर्वश्री सरजू प्रसाद द्विवेदी अधिवक्ता पंडित सुरेश द्विवेदी पंडित विद्याभूषण द्विवेदी सुनील शुक्ला संजू पांडे आदि ने किया। अधिवक्ता दिलीप सिंह ने प्रतिमाओं का भव्य श्रृंगार किया पंडित सरजू प्रसाद द्विवेदी और सुरेश चंद्र द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा की माता सरस्वती भगवान गणेश और हनुमान जी बुद्धि के देवता है इसलिए न्यायालय परिसर में इनकी पूजा होनी ही चाहिए। मुख्य पुजारी पंडित दिगंबर प्रसाद त्रिपाठी शेषचंद्र शुक्ला और सुनील शुक्ला रहे कार्यक्रम के अंत में अभिषेक सिंह विशाल साहनी अमित नायक ने प्रस्ताव रखा कि हर वर्ष माता सरस्वती जी की डोली पालकी यात्रा निकाली जानी चाहिए, बीच में यह परंपरा कोरोना की वजह से रुक गई थी लेकिन आगे इसे पुनः चालू किया जाना चाहिए।

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