आज माघ मेले में मोरी रोड पर सेवारत क्रियायोग शिविर में स्वामी श्री योगी सत्यम जी क्रियायोग का अभ्यास कराते हुये स्पष्ट किया कि मनुष्य कर्मबन्धन के जाल में फसने के कारण सही निर्णय नहीं ले पाता है। क्रियायोग ध्यान से मनुष्य सभी कर्मबन्धनों से मुक्त हो जाता है। कर्मबन्धन से मुक्त होते ही मनुष्य सबकुछ करने में सक्षम हो जाता है और वह अनुभव करता है कि उसके लिये कुछ भी असंभव नही है। क्रियायोग की साधना के लिये देश. विदेश से लोग आये हैं । प्रतिदिन माघ मेले में मोरी रोड पर क्रियायोग शिविर सुबह रू 8रू00 से 10 रू00 बजे और अपराह्न में 3रू30 से 7रू00 बजे तक सेवारत ह
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