दक्षिण कोरिया के साथ साझा परमाणु अभ्यास से बाइडन का इनकार

उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच लगातार तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ी बात कही है। उन्होंने साफ कहा है कि फिलहाल उनका देश दक्षिण कोरिया के साथ साझा परमाणु अभ्यास नहीं करेगा। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने पड़ोसी देश के तानाशाह शासक किम जोंग उन की ओर से बढ़ते खतरे को देखते हुए साझा अभ्यास की पेशकश की थी। उधर, किम जोंग ने उत्तर कोरिया के दूसरे सबसे ताकतवर सैन्य अधिकारी को हटा दिया।

नए साल की छुट्टियां मनाकर सोमवार रात वाशिंगटन लौटे राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि अमेरिका दक्षिण कोरिया के साथ साझा परमाणु अभ्यास पर कोई चर्चा नहीं कर रहा है। एक पत्रकार ने उनसे पूछा था कि क्या वह दक्षिण कोरिया के साथ साझा परमाणु अभ्यास पर चर्चा कर रहे हैं? इससे साफ इनकार करते हुए उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल के इससे संबंधित प्रस्ताव को खारिज कर दिया।

इससे पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति येओल ने कहा था कि परमाणु हथियार अमेरिका के हैं, लेकिन इनसे संबंधित योजना, सूचनाएं साझा करना, साझा अभ्यास, प्रशिक्षण आदि के बारे में फैसला दोनों देशों को मिलकर करना चाहिए। येओल ने यह बात ‘द चोसुन इल्बो’ अखबार से साक्षात्कार में कही थी।

तानाशाह किम जोंग उन ने ताकतवर सैन्य अधिकारी को हटाया
उधर, प्योंगयांग से मिली खबर के अनुसार उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने देश के दूसरे सबसे ताकतवर सैन्य अधिकारी पाक जोंग चोन का पद से हटा दिया। नार्थ कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के हवाले से रायटर ने यह खबर दी है। किम जोंग ने यह फैसला क्यों, लिया यह नहीं बताया गया है, लेकिन उत्तर कोरिया इस तरह का सैन्य बदलाव करता रहता है। साल के अंत में होने वाली पार्टी में इस तरह की नियुक्तियों व नीतियों में परिवर्तनों का एलान किया जाता है।

उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष और पार्टी की केंद्रीय समिति के सचिव पाक को पिछले सप्ताह समिति की वार्षिक बैठक में हटाने का फैसला किया गया। उनकी जगह योंग गिल को नियुक्त किया गया है।

सिर नीचे कर के बैठे थे पाक 
उत्तर कोरिया के सरकारी टेलीविजन ने बैठक के दौरान पाक जोंग चोन को अग्रिम पंक्ति में सिर नीचे करके बैठे हुए दिखाया गया। बाद में उनकी सीट खाली दिखाई गई। इसके बाद सोमवार को आधिकारिक केसीएनए समाचार एजेंसी द्वारा किम जोंग के नए साल के दिन कुमसुसन पैलेस की यात्रा के दौरान चोन नदारद थे।

दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु शस्त्रागार बनाने का लक्ष्य 
किम जोंग ने यह बदलाव ऐसे वक्त किया है, जब वर्ष 2023 में अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ व्यापक अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलों का बड़ा भंडार बनाने का एलान किया है। नव वर्ष 2023 के पहले दिन ही किम जोंग ने बैलिस्टिक मिसाइल धमाका भी किया। 2022 के आखिर दिन भी उत्तर कोरिया ने तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं।

नए साल की शुरुआत पर मिसाइल परीक्षण के बाद तानाशाह ने उत्तर कोरिया के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 2023 में उत्तर कोरिया तेजी से अपने परमाणु हथियारों के जखीरे का आकार बढ़ाएगा। किम ने कहा कि उसका लक्ष्य उत्तर कोरिया में दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु शस्त्रागार बनाना है। उसने अपने वैज्ञानिकों को जल्द से जल्द अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) विकसित करने का आदेश दिया है।

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