दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि ओम बिरला अध्यक्ष लोकसभा रहेंगे
19वें दीक्षांत समारोह में कुल 1603 डिग्रियां प्रदान की जाएंगी
प्रयागराज।
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद, प्रयागराज का 19वां वार्षिक दीक्षांत समारोह-2022, 8 अप्रैल, 2023 को आयोजित होना निर्धारित है। इस समारोह में विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। ओम बिरला, अध्यक्ष लोकसभा ने इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बनने के लिए अपनी सहमति दी है।
पद्म (डॉ.) विनोद कुमार सिंह, राहुल और नमिता गौतम चेयर प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, आईआईटी कानपुर विशिष्ट अतिथि होंगे।
प्रो. आर.एस. वर्मा, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष और संस्थान के निदेशक और सीनेट के अध्यक्ष, प्रो. एल.के. मिश्रा, डीन (एकेडेमिक), सीनेट सदस्य और डॉ. रमेश पाण्डेय, रजिस्ट्रार इस अवसर की शोभा बढ़ाएंगे।
19वें दीक्षांत समारोह-2022 के दौरान कुल 1603 डिग्रियां प्रदान की जाएंगी, जिनमें 919 बी.टेक., 436 एम.टेक., 99 एमसीए, 45 एमबीए, 22 एम.एससी. और 82 पीएच.डी. विद्वानों को डिग्रियां मिलेगी। दीक्षांत समारोह के दौरान, डासा के माध्यम से भर्ती हुए 59 विदेशी छात्रों तथा भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के माध्यम से प्रवेश पाने वाले 06 विदेशी छात्रों को भी डिग्री प्रदान की जाएगी। संस्थान के मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। स्नातकोत्तर छात्रों को 33 स्वर्ण पदक और स्नातक छात्रों को 16 स्वर्ण पदक दिए जाएंगे। इन स्वर्ण पदकों के अलावा संकाय, पूर्व छात्रों और उद्योग द्वारा 13 प्रायोजित स्वर्ण पदक छात्रों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किए जाएंगे। गौरतलब है कि कुल 1603 डिग्रियां प्राप्त करने वालों में 304 छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा के आर्यन मित्तल और इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग की सुश्री पलक मिश्रा को बीटेक फाइनल ईयर के पासिंग आउट बैच 2022 के छात्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये समग्र संस्थान स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, ओम विजय गुप्ता (तृतीय वर्ष- इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इन्जीनियरिंग), दिव्यांशु अग्रवाल (द्वितीय वर्ष- इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इन्जीनियरिंग) , अभिनव गोयल (द्वितीय वर्ष- कम्प्यूटर साइन्स एण्ड इन्जीनियरिंग) और अर्घदीप अंबर चक्रवर्ती (द्वितीय वर्ष- केमिकल इन्जीनियरिंग), वैभव कंसल (प्रथम वर्ष- कम्प्यूटर साइन्स एण्ड इन्जीनियरिंग) को भी संस्थान स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा।
संस्थान ने अपने अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आकर्षक प्लेसमेंट ऑफर हासिल करके अपनी अलग पहचान बनाई है। 315 से अधिक कंपनियों ने बी.टेक छात्रों को कुल 1057 प्रस्ताव दिए गए थे। 95ः छात्रों का प्रसिद्ध कंपनियों में प्लेसमेंट हुआ। बीटेक के सभी नौ कार्यक्रमों के नौकरी प्राप्त करने वाले छात्रों में से 300 छात्रों को 17.19 लाख वार्षिक के औसत वेतन पैकेज से ऊपर नौकरी का प्रस्ताव मिला। हमारे छात्रों ने बी.टेक के लिए 1.18 करोड़ वार्षिक वेतन, एमसीए के लिए 44.5 लाख वार्षिक वेतन, एम.टेक के लिए 33.88 लाख वार्षिक वेतन, एमबीए के लिए 12.5 लाख वार्षिक वेतन और एम.एससी के लिए11.4 लाख वार्षिक वेतन हासिल करके संस्थान का नाम रोशन किया है। जबकि बी.टेक के लिए औसत वेतन बढ़कर 17.19 लाख वार्षिक वेतन, एम.टेक के लिए 12.97 लाख वार्षिक वेतन, एमसीए छात्रों के लिए 13.49 लाख वार्षिक वेतन हो गया।
यह इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि संस्थान ने संस्थान के समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन और बुनियादी सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। 1090 क्षमता वाला एक नया लड़कों का छात्रावास और बहुमंजिला फैकल्टी अपार्टमेंट परियोजना पूरी होने वाली है। इसके अलावा, नए शैक्षणिक ब्लॉक के निर्माण को सक्षम प्राधिकारी द्वारा अनुमोदित किया गया है और व्याख्यान कक्ष परिसर परियोजना भी क्रम में है। संस्थान ने सभी संकाय, कर्मचारियों और छात्रों के लाभ के लिए संस्थान स्वास्थ्य केंद्र में अपोलो फार्मेसी का एक आउटलेट भी खोला है। संकाय सदस्यों की भर्ती का पहला चरण पूरा हो चुका है और संस्थान में संकाय सदस्यों की कुल संख्या अब 222 है। गैर शिक्षण और गैर संकाय अधिकारी पद के लिए भर्ती प्रक्रियाधीन है। संस्थान ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूरे मनोयोग से लागू किया है, जहां छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उभरते हुए क्षेत्र में जीवन कौशल सीखने, भारतीय ज्ञान प्रणाली तथा कौशल क्षमता विकसित करने वाले पाठ्यक्रम प्रदान किये गए है.
संस्थान में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, कार्यशालाएं और अल्पावधि पाठ्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर संस्थान में स्थापित किया गया है। संस्थान को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले दो वर्षों के दौरान छह पेटेंट प्रदान किए गए हैं और 18 नए पेटेंट दाखिल किए गए हैं। संस्थान ने कई प्रमुख संस्थानों जैसे फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी (यूएसए), आरईसी अंबेडकर नगर, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हायर तिब्बती स्टडीज सारनाथ, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, आईआईटी बीएचयू वाराणसी और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ शिक्षा जगत और उद्योग के तालमेल की क्षमता को दिशा देने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किये है