मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का आयोजन

प्रयागराज।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन  मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में भारत के प्रथम केंद्रीय शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवस के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के निर्देशन में शनिवार को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समारोह का ऑनलाइन आयोजन किया गया।
शिक्षा विद्याशाखा के निदेशक, प्रोफेसर पी.के. स्टालिन ने इस अवसर पर वक्ताओं का स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा विस्तार से परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता तथा मुख्य अतिथि प्रो. पी.के. साहू ,पूर्व कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय  स्तर पर जोड़ा जाए। उनका कहना था कि जिस तरह से आज हम भारतवासी  सफल चंद्रयान के प्रक्षेपण पर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं उसकी नींव में मौलाना आजाद की दूरदर्शिता का बड़ा योगदान है। साथ ही आज की शैक्षिक चुनौतियों से निपटने में हमें समावेशी शिक्षा, ऑनलाइन एजुकेशन, ई लर्निंग एवं औपचारिक, अनौपचारिक तथा निरौपचारिक शिक्षा की प्रणालियों को विशेष महत्व देना होगा।शिक्षा विद्याशाखा के  प्रो. छत्रसाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि 1947 से लेकर 1958 तक मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ही ऐसे दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने सर्वप्रथम आईआईटी की स्थापना की अवधारणा को आगे बढ़ाया तथा उनकी स्थापना किया। इसके अलावा उन्होंने ही संगीत नाटक अकादमी, कृषि विश्वविद्यालय तथा तकननीकी शिक्षा पर विशेष जोर दिया था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक  प्रो. आशुतोष गुप्ता ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर निर्धारित थीम को रेखांकित किया तथा अपने विचार रखते हुए कहा कि आम जन को नवाचारों से जोड़ा जाना चाहिए। कार्यक्रम के बाद सभी का हार्दिक आभार कुलसचिव कर्नल विनय कुमार द्वारा किया गया । कार्यक्रम का संचालन  डॉ. बाल गोविंद सिंह, सहायक आचार्य, शिक्षा विद्याशाखा  ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी, विभिन्न अध्ययन केन्द्रों के समन्वयक एवं शिक्षार्थियों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया। शिक्षा दिवस के सफल संचालन के उपरांत कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।

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