नैनी, प्रयागराज। शुआट्स शोध छात्रा पूजा जगन्नाथ सोनपाकर द्वारा शिक्षाशास्त्र अन्तर्गत वैदिक शिक्षा में शोध कार्य पूरा करने पर पीएचडी उपाधि प्रदान की गयी।
पूजा सोनपाकर के फाईनल वाइवा में चेयरपर्सन प्रोफेसर (डा.) अंशुका श्रीवास्तव थीं जबकि वाहय परीक्षक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की पूर्व विभाग अध्यक्ष प्रो. प्रतिभा उपाध्याय थीं। पूजा की पीएचडी की गाईड डॉ. अनुपमा मेहता थीं। पूजा जगन्नाथ सोनपाकर का शोध शीर्षक आधुनिक युग में वैदिक शिक्षा का पुनः उदय था, जिसमें उन्होंने पाया कि प्राचीन ग्रंथों में शिक्षा को गुणवत्ता परक बनाने, इसे आम जनता तक सुलभतापूर्वक पहुंचाने के साथ मानव जीवन में इसकी महत्ता के बारे में व्यापक जानकारी दी गई है, जिसे डिकोड किया जा सकता है और वर्तमान परिदृश्य में उपयोग किया जा सकता है। फाईनल वाइवा में डीन डा. सामला एस मसीह, मास कम्यूनिकेशन् के डीन डा. आशीष अलेक्जेंडर, डा. निहारिका डेनिस, डा अनुपमा मेहता, डा. एविस चिन्तामणि, डा. प्रेम प्रभा, डा. चेतना पाण्डेय, डा. संगीता अल्फ्रेड, डा कीर्ति कटिंग, डा सैयदा सारा अजीज, डा ज्योत्सना जायसवाल, डा. प्रक्षोभ, डा अंजनी सक्सेना आदि उपस्थित रहे।
वैदिक शिक्षा पर शोध पूरा करने पर पूजा को मिली पीएचडी की उपाधि
