एक तरफ पहलगाम में हुए हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच काफी ज्यादा तनाव उत्पन्न हो गया है। पाकिस्तान डरा हुआ बैठा था कि न जाने कब और कैसे भारत हला क दे। वह लगातार अपने देख में चौकन्ना बैठा है और इंतजार कर रहा है कि भारत कैसे हला करेगा। भारत ने पहलगाम के विरोध में कई बड़े कदम उठा और सिंधू जल समझोते को निलंबित कर दिया। अब ताजा अपडेट अनुसार पाकिस्तान के साथ व्यापार भी खत्म किया जा रहा है। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के आदेश के अनुसार, पाकिस्तान का झंडा लगे जहाजों को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं होगी। भारतीय ध्वज वाले जहाज पाकिस्तान के किसी भी बंदरगाह पर नहीं जाएंगे। वहीं दूसरी तरह सैन्य कार्यवाही के लिए पाकिस्तान फड़फड़ा रहा है। वह अपनी बंदूकें चलाने के लिए बैताब है। इसी लिए पिछले 9 दिनों से लगातार नियंत्रण रेखा और बॉर्डर पर बिना उकसावे की फायरिंग कर रहा है। अब अपनी गीदड़ भभकी वाली ताकत भारत को दिखाने कि लिए पाकिस्तान ने अब्दाली हथियार प्रणाली का लालीपोप फेंका हैं।
पाकिस्तान ने शनिवार को घोषणा की कि उसने 450 किलोमीटर की दूरी तक सतह से सतह तक मार करने में सक्षम ‘अब्दाली हथियार प्रणाली’ का सफल परीक्षण प्रक्षेपण किया है। पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के बीच यह परीक्षण की है। सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘इस प्रक्षेपण का उद्देश्य सैनिकों की अभियानगत तत्परता सुनिश्चित करना और मिसाइल की उन्नत नौवहन प्रणाली तथा उन्नत गतिशीलता विशेषज्ञताओं सहित प्रमुख तकनीकी मापदंडों की जांच करना था।’’ सेना ने अभ्यास के बारे में विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि मिसाइल प्रक्षेपण ‘‘अभ्यास इंडस’’ का हिस्सा था।
प्रशिक्षण प्रक्षेपण में सेना सामरिक बल कमान के कमांडर, सामरिक योजना प्रभाग, सेना सामरिक बल कमान के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद थे। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुखों ने सैनिकों, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी। उन्होंने किसी भी आक्रमण के खिलाफ विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध सुनिश्चित करने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पाकिस्तान के सामरिक बलों की तैयारियों और तकनीकी दक्षता पर पूरा भरोसा जताया।