भारत एक ऐसा देश है जहां पर करोड़ों मंदिर हैं। इसलिए भारत को मंदिरों का घर भी कहा जाता है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक हर धर्म के लाखों मंदिर हैं। आपने भी भगवान शंकर, विष्णु जी, मां दुर्गा, गणेश भगवान, मां लक्ष्मी जैसे अनगिनत मंदिरों में जाकर दर्शन किया होगा। लेकिन क्या आपने कुबेर देवता के मंदिर के दर्शन किए हैं। जोकि श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
धार्मिक मान्यता है कि कुबेर देव मंदिर के दर्शन करने मात्र से व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है। श्रद्धालु मंदिर जाकर भगवान कुबेर से सुख और समृद्धि की मनोकामना करते हैं। वहीं अगर कोई व्यक्ति कर्ज में बुरी तरह से डूबा है, तो उनको मंदिर में दर्शन करने मात्र से परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुबेर देव के कुछ फेमस मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं।
उत्तराखंड का कुबेर मंदिर
भारत में मौजूद सबसे ज्यादा फेमस कुबेर मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा से करीब 40 किमी दूर मौजूद है। अल्मोड़ा में स्थित कुबेर मंदिर जागेश्वर धाम के अंदर आता है। हर साल दीपावली और धनतेरस के मौके पर श्रद्धालुओं की यहां पर भारी भीड़ होती है। मान्यता है कि जो भी धनतेरस या दीपावली के मौके पर मंदिर में दर्शन के लिए आता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता है।
ऐसे पहुंचे
आप नैनीताल या अल्मोड़ा से लोकल बस, कैब या टैक्सी लेकर यहां तक आसानी से पहुंच सकते हैं। नैनीताल के सबसे पास काठगोदाम रेलवे स्टेशन पड़ेगा। वहीं आप दिल्ली से नैनीताल के लिए भी बस ले सकते हैं।
गुजरात का कुबेर मंदिर
गुजरात का कुबेर भंडारी मंदिर भी देश के फेमस और पवित्र मंदिरों में से एक है। यह गुजरात के वडोदरा शहर में मौजूद है। माना जाता है कि इस मंदिर का इतिहास करीब 2500 साल से ज्यादा पुराना है। यह मंदिर नर्मदा नदी के किनारे मौजूद है। इस मंदिर का निर्माण भगवान शिव ने किया है।
धार्मिक मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में धनतेरस और दिवाली पर दर्शन के लिए आता है। उसको जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है। इसलिए इस मंदिर में दिवाली और धनतेरस पर बहुत भीड़ होती है।
ऐसे पहुंचे
मंदिर वडोदरा से करीबन 60 किमी की दूरी पर है, यहां आने के लिए आप वडोदरा से टैक्सी या कैब लेकर पहुंच सकते हैं। गुजरात में यहां करीबन हर शहर से वडोदरा के लिए ट्रेनें दौड़ती हैं।
मध्य प्रदेश का कुबेर मंदिर
मध्य प्रदेश में तीन कुबेर मंदिर हैं। जिनमें से पहला मंदिर मंदसौर, दूसरा उज्जैन और तीसरा खंडवा का ओंकारेश्वर मंदिर है। इनमें से सबसे खास मंदिर खंडवा का कुबेर मंदिर माना जाता है।
खंडवा कुबेर मंदिर के बारे में मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन मात्र से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। वहीं यहां पर शिवलिंग भी है। बताया जाता है कि कुबेर देव ने यहां पर कठिन तपस्या करके मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की थी।
ऐसे पहुंचे
बता दें कि मध्य प्रदेश के किसी भी शहर से आप ओंकारेश्वर आसानी से पहुंच सकते हैं। राजधानी से करीब 257 किमी दूर यह मंदिर स्थित है। भोपाल से ओंकारेश्वर के लिए ट्रेनें चलती हैं। इंदौर से खंडवा कुबेर मंदिर सिर्फ 78 किमी दूर है।