हमारे धर्म ग्रंथो में वर्णित है कि भगवान शंकर के अश्रु से रुद्राक्ष बना हुआ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब भगवान शंकर सदियों से कठोर तपस्या कर रहे थे, और उन्होंने जब तपस्या के बाद अपनी ऑंखें खोलीं, तब उनकी आंखों से आंसू निकला, और उन्हीं आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई, इसलिए भगवान शंकर के अंश से उत्पन्न रुद्राक्ष को पूज्य और सम्माननीय माना जाता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में रुद्राक्ष की मान्यता के सन्दर्भ में ऐसा माना जाता है कि इसको धारण करने से भगवान शंकर न…
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सावन में भगवान शिव को भूलकर भी नहीं अर्पित करनी चाहिए ये चीजें
भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए सबसे उपयुक्त महीना सावन होता है। यह भगवान शिव का सबसे प्रिय माह है। सावन के हर सोमवार को भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। विधि-विधान से महादेव की पूजा करने से जातक के सभी रोग, दोष और कष्ट दूर होते हैं। बता दें कि इस साल 4 जुलाई 2023 से सावन माह की शुरूआत हुई है। सावन महीने में कांवड़ यात्रा का भी आयोजन किया जाता है। शास्त्रों में भगवान शिव की पूजा के कुछ विशेष नियमों के बारे में बताया…
Read Moreवैवाहिक सुख के कारक शुक्र ने किया सिंह राशि में गोचर
वैवाहिक सुख के कारक शुक्र ग्रह ने 7 जुलाई को सिंह राशि में गोचर कर लिया है। सिंह राशि में पहले से मौजूद मंगल के साथ शुक्र की युति बनेगी। 1 जुलाई को मंगल सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं। मंगल अग्नि तत्व है और शुक्र जल तत्व है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि वैवाहिक सुख के कारक शुक्र ग्रह ने 7 जुलाई को सिंह राशि में गोचर कर लिया है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य और भौतिक…
Read Moreआज से शुरू कांवड़ यात्रा, भोले के जयकारों से गूंजा हरिद्वार
धर्मनगरी हरिद्वार भोले के जयकारों से गूंजने लगी है। कांवड़ यात्रा मंगलवार से विधिवत तौर पर शुरू हो गई। कांवड़ यात्रियों का सोमवार से ही गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंचना शुरू हो गया है। शुरू के एक हफ्ते पैदल कांवड़ यात्रा रहेगी और दस जुलाई के बाद डाक कांवड़ शुरू हो जाएगी। डाक कांवड़ में वाहनों से कांवड़ यात्री बड़ी-बड़ी कांवड़ लेकर गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं। इन बातों का रखना होगा ध्यान आठ जुलाई से हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के लिए यातायात प्लान लागू कर दिया…
Read Moreभगवान श्रीकृष्ण ने जरासंध से बातचीत के दौरान क्या क्या कहा था?
भागवत-कथा श्रवण करने वाले जन-मानस में भगवान श्री कृष्ण की छवि अंकित हो जाती है। यह कथा “पुनाति भुवन त्रयम” तीनों लोकों को पवित्र कर देती है। तो आइए ! इस कथामृत सरोवर में अवगाहन करें और जन्म-मृत्यु के चक्कर से मुक्ति पाकर अपने इस मानव जीवन को सफल बनाएँ। मित्रों ! पूर्व कथा प्रसंग में हमने स्यमंतक मणि की कथा के साथ-साथ भगवान के द्वारा सूर्य पुत्री कालिंदी, मित्रवृंदा, सत्या, भद्रा, और लक्ष्मणा आदि कन्याओं के साथ विवाह की कथा का श्रवण किया। भगवान ने भौमासुर का वध कर…
Read Moreजगन्नाथ मंदिर के इन रहस्यों को जान दबा लेंगे दांतो तले उंगली
जगन्नाथ मंदिर का नाम तो आप सभी ने सुना होगा। क्योंकि पुरी का जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं के चारों धाम में से एक माना जाता है। बता दें कि ओडिशा के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित भगवान विष्णु का मंदिर पूरे विश्व में फेमस है। यह मंदिर भगवान श्रीहरि विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचते हैं। यह मंदिर करीब 800 साल से भी पुराना है। इस मंदिर के कई ऐसे रहस्य और चमत्कारी बातें…
Read Moreमणिबंध पर ऐसा निशान होने से मिलता है अपार धन,
हथेली और हाथ जहां जुड़ते हैं, उसे कलाई कहते हैं। बता दें कि हस्तरेखा शास्त्र में कलाई पर बनने वाली रेखाओं को मणिबंध कहा जाता है। वहीं अंग्रेजी भाषा में इसे ब्रेसलेट कहा जाता है। हस्तरेखा के मुताबिक हाथ में मौजूद रेखाएं और निशान किसी भी व्यक्ति के वर्तमान और भविष्य के बारे में कई राज खोलते हैं। इन रेखाओं और निशान के जरिए आप जीवन में आने वाली परेशानी और सुख-समृद्धि के बारे में जान सकते हैं। मणिबंध पर बनने वाले निशान आपको नई बुलंदियों पर ले जा सकते…
Read Moreसावन शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक कर पाएं शिव शंभू की कृपा
देवों के देव महादेव का प्रिय महीना यानी की सावन की शुरूआत 4 जुलाई 2023 से हो रही है। वैसे तो पूरे सावन में भगवान शिव-शंकर का जलाभिषेक किया जाता है। लेकिन सोमवार का दिन विशेष रूप से महादेव को समर्पित होता है। सावन सोमवार का व्रत रखने, जलाभिषेक व रुद्राभिषेक करने वाले जातक पर महादेव की कृपा बरसती है। भगवान शिव का जलाभिषेक करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों का अंत कर हो जाता है। आइए जानते हैं सावन शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि…
Read Moreश्रावण मास के प्रमुख त्योहार, धार्मिक महत्व और पूजन विधि
आगामी चार जुलाई से पवित्र श्रावण मास का प्रारम्भ हो रहा है। इस वर्ष अधिमास के कारण श्रावण मास दो माह की अवधि का है। इस अवधि में श्रावणी शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। इसके अलावा श्रावण मास में परम्परागत कांवड़ यात्रा निकलेगी। इस दौरान देशभर के प्रसिद्ध शिवालयों में उत्सव का माहौल रहेगा। साथ ही पवित्र अमरनाथ यात्रा का शुभारम्भ हो ही चुका है। देखा जाये तो श्रावण मास भगवान शिवजी का प्रिय मास है इसलिए हर शिव भक्त इस मास में भगवान को प्रसन्न करने…
Read Moreराह दिखाने वाले दीपक होते हैं ईश्वर-तुल्य गुरु
भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है, यह गुरु-पूजन का पर्व है। सन्मार्ग एवं सत-मार्ग पर ले जाने वाले महापुरुषों के पूजन का पर्व, जिन्होंने अपने त्याग, तपस्या, ज्ञान एवं साधना से न केवल व्यक्ति को बल्कि समाज, देश और दुनिया को भवसागर से पार उतारने की राह प्रदान की है। पर्वों, त्यौहारों और संस्कारों की भारतभूमि में गुरु का स्थान सर्वोपरि माना गया है। यह अध्यात्म-जगत विशेषतः सनातन धर्म का महत्वपूर्ण उत्सव है, इसे अध्यात्म जगत की बड़ी घटना के रूप में जाना जाता है। आषाढ़ शुक्ल…
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