काले जादू और बुरी नजर ने बचाव के लिए रोजाना करें कालभैरवाष्टकम् स्तोत्रम् का पाठ

हिंदू धर्म में कालभैरव को भगवान शिव का एक रूप माना जाता है। काल भैरव एक उग्र लेकिन न्यायप्रिय देवता हैं और इनको क्षेत्रपाल भी कहा जाता है। मान्यता है कि जो भी काल भैरव की पूजा करता है, उसको अकाल मृत्यु, दोष और रोग आदि का भय नहीं सताता है। धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक काल भैरव को रुद्रावतार माना गया है।यह भगवान शिव का ही स्वरूप है। भगवान कालभैरव को भगवान शिव का सबसे उग्र स्वरूप माना जाता है। लेकिन यह अपने भक्तों की हमेशा रक्षा करते हैं औऱ…

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इस बार 12 नवंबर को मनाई जाएगी देवोत्थान एकादशी, जानिए धार्मिक महत्व

हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवोत्थान एकादशी का व्रत किया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु और मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही इस दिन श्रीहरि और मां लक्ष्मी को प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। सभी एकादशी तिथियों में देवोत्थान एकादशी को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु चार महीने बाद योग निद्रा…

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कार्तिक मास में तुलसी मां की पूजा करने से होती है हर मनोकामना पूरी

कार्तिक मास में जो विष्णु भक्त पुरुष प्रातःकाल स्नान करके पवित्र हो कोमल तुलसी दल से भगवान दामोदर की पूजा करता है, वह निश्चय ही मोक्ष प्राप्त कर लेता है। जो भक्ति से रहित है, वह यदि सुवर्ण आदि से भगवान की पूजा करे तो भी वे उसकी पूजा ग्रहण नहीं करते। सभी वर्णों के लिए भक्ति ही सबसे उत्कृष्ट मानी गयी है। भक्तिहीन कर्म भगवान विष्णु को प्रसन्न नहीं होता। यदि तुलसी के आधे पत्ते से भी प्रतिदिन भक्तिपूर्वक भगवान की पूजा की जाये तो भी वे स्वयं आकर…

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सूर्य नक्षत्र में केतु का गोचर करने से इन 3 राशियों की होगी बल्ले-बल्ले

जब कोई ग्रह एक से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे राशि परिवर्तन या गोचर कहते है। केतु के नक्षत्र बदलने से सभी 12 राशियों पर सकारात्मक- नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। केतु एक मायावी और उग्र ग्रह माना जाता है। केतु का नक्षत्र परिवर्तन खासा माना जाता है। वहीं, केतु इस समय कन्या राशि में विराजमान हैं और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। 10 नवंबर को रात 11.30 बजे केतु ने उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं, इस नक्षत्र में गोचर किया है। दृक पंचांग…

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शनि इस तारीख को होने जा रहे हैं मार्गी, इन 4 राशियों को झेलना पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

कर्मफलदाता और न्याय देवता शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में व्रकी चाल चल रहे हैं। शनि देव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रही हैं। ज्योतिष के अनुसार शनि प्रत्येक राशि में ढ़ाई साल तक गोचर करते हैं। सबसे कम गति से राशि में गोचर करने वाले शनि पूरी राशि चक्र में गोचर करने में 30 वर्ष लग जाते हैं। शनिदेव को नौ ग्रहों में सबसे क्रूर और शक्तिशाली ग्रह कहा जाता है। शनि देव जब वक्री अवस्था में किसी राशि में गोचर करते हैं तो राशियों पर इसके…

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कब है देवउठनी एकादशी, निद्रा से जागेंगे भगवान विष्णु,

साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती है वहीं, प्रत्येक माह में 2 एकादशी तिथि पड़ती है। कार्तिक मास की एकादशी को देवउठान एकादशी कहते हैं। इस साल 12 नवंबर को देवउठान एकादशी पड़ रही है।  इस दिन भगवान विष्णु को निद्रा से जगाया जाता है, जिसे देव उठाना कहते हैं। जब भगवान विष्णु उठ जाते हैं तो इस दिन से शादी शुरु हो जाती है। भारत में शादियों के लिए आदर्श समय नवंबर और दिसंबर के दौरान होता है। विवाह बंधन के लिए शुभ तिथियां इन महीनों में आती…

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भगवान शंकर भी देवी पार्वती के प्रेम व निष्ठा जानकर प्रसन्न हो उठे थे

विगत अंक में हमने देखा, कि सप्तऋषियों ने देवी पार्वती जी के विश्वास व निष्ठा की हर प्रकार से परीक्षा ली। परिणाम में यही प्राप्त हुआ, कि देवी पार्वती जी से बढ़कर, भगवान शिव की अनन्य उपासक इस संपूर्ण संसार में, दूसरा कोई नहीं था। किंतु हमारे मन में एक प्रश्न उठता है, कि भगवान शंकर ने सप्तऋषियों को ऐसा क्यों कहा, कि जाकर पार्वती जी के विश्वास की परीक्षा लो। कारण यह था, कि भगवान शंकर क्योंकि स्वयं विश्वास के अवतार हैं- ‘भवानीशंकरौ वन्दे श्रद्धावश्विासरुपिणौ।’ अर्थात भवानी जी श्रद्धा…

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घर में चांदी का मोर पंख रखने से चमक जाएगी फूटी हुई किस्मत, कभी नहीं खाली होगी तिजोरी

घर हो या फिर ऑफिस, इन सभी जगहों पर वास्तु नियमों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। वास्तु नियमों का ध्यान रखने से घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहता है। साथ ही परिवार के लोग तरक्की करते हैं। बता दें कि वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनको अपनाने से व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलते हैं। ठीक इसी तरह वास्तु के मुताबिक घर में चांदी का मोरपंख रखना चाहिए। इससे शुभ फल मिलते हैं। तो आइए जानते हैं घर में चांदी का मोरपंख रखने से क्या फायदे…

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मां सीता और द्रौपदी ने की थी छठ पूजा की शुरूआत, जानिए पौराणिक कथा

हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का यह महापर्व मनाया जाता है। छठ महापर्व के मौके पर सूर्य देव की विशेष आराधना की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि छठ पूजा की शुरूआत कैसे हुई। हालांकि इस पर्व को लेकर कई ऐतिहासिक मान्यताएं हैं। पुराणों में छठ पर्व के पीछे की कहानी राजा प्रियवत को लेकर हैं, लेकिन इसके अलावा भी पुराणों में भी कथा मिलती है।हालांकि बिहार के छठ पर्व को लेकर कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं। जिसमें से…

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कब है तुलसी विवाह? नोट करें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

सनातन धर्म में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है। तुलसी का पौधा घर में रखना शुभ होता है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही घर में देवी लक्ष्मी का वास भी होता है। पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास में देवी तुलसी और भगवान शालिग्राम ( जो भगवान विष्णु का एक रुप) का विवाह आयोजित किया जाता है। मान्यता के अनुसार, तुलसी विवाह के दिन भक्त व्रत रखते हैं और तुलसी जी के साथ भगवान शालिग्राम की पूजा-अर्चना करते हैं। इसके अलावा मंदिरों और घरों में…

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