हमारे देश में बहुत सारे मंदिर हैं, मंदिर का हर एक हिस्सा बेहद पवित्र माना जाता है। हालांकि मंदिर में प्रवेश करने के कुछ विशेष नियम होते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंदिर में प्रवेश करने के इन नियमों का पालन करने और भगवान की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। मंदिर का एक अहम हिस्सा दहलीज होती है। दहलीज से अक्सर प्रवेश द्वार बनाया जाता है। विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं में यह प्रतीकात्मक महत्व रखती है।मंदिर की दहलीज भीतर और बाहरी दुनिया के बीच…
Read MoreCategory: अध्यात्म
गणेश महोत्सव पर बप्पा को लगाएं इन चीजों का भोग
पूरे देश में गणेश महोत्सव का आगाज हो चुका है। गणपति बप्पा के भक्तों को हर साल गणेश चतुर्थी के दिन आगमन का काफी इंजार रहताहै। बता दें कि गणेश महोत्सव का जश्न लगभग 11 दिनों तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी से होती है। गणेश चतुर्थी का पर्व महाराष्ट्र और कई राज्यों में काफी धूम से मनाया जाता है। गणेशजी की पूजा के साथ ही उनको भोग लगाना काफी जरुरी है। वैसे तो बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है लेकिन, इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं…
Read Moreमहिलाओं के लिए बेहद खास होता है ऋषि पंचमी का व्रत
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है। यह व्रत बड़े उत्साह के साथ किया जाता है। इस दिन सप्तऋषि की पूजा की जाती है। इस बार 08 सितंबर को ऋषि पंचमी का व्रत किया जा रहा है। ऋषि पंचमी का व्रत करने से जातक को पाप से मुक्ति मिलती है। मान्यता के अनुसार, ऋषि पंचमी का व्रत करने से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भोजन को दूषित करने के पाप से मुक्ति मिलती है। बता दें कि महिलाओं…
Read Moreविघ्नहर्ता, शुभकर्ता गणेशजी बहुआयामी देवता हैं
गणेश भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। प्राचीन काल से हिन्दू समाज कोई भी कार्य निर्विघ्न सम्पन्न करने के लिए उसका प्रारम्भ गणपति की पूजा से ही करता आ रहा है। प्रतिकूल, अशुभ, अज्ञान एवं दुःख से परेशान मनुष्य के लिये गणेश ही तारणहार है। वे सात्विक देवता हैं और विघ्नहर्ता हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति एवं जीवनशैली के कण-कण में व्याप्त है बल्कि विदेशों में भी घर-कारों-कार्यालयों एवं उत्पाद केन्द्रों में विद्यमान हैं। हर तरफ गणेश ही गणेश छाए हुए है। भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी को सिद्धि विनायक…
Read Moreभगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने की थी शिव तांडव स्त्रोत की रचना
भगवान शिव के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई तरह से पूजा करते हैं। सोमवार का दिन भोलेनाथ को समर्पित होता है। वहीं भगवान शिव के भक्त उनकी उपासना और पूजा के लिए युगों-युगों से कई स्त्रोत की रचना की है। भोलेनाथ को समर्पित कई ग्रंथों में कई तरह के स्तोत्र की रचनाओं का उल्लेख मिलता है। लेकिन भगवान शिव को सभी रचनाओं में शिव तांडव स्त्रोत सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं। इस स्त्रोत की रचना भगवान शिव के प्रिय भक्त रावण द्वारा रचित है।मान्यता के अनुसार, जो भी…
Read Moreगुरुवार को इन उपायों को करने से चमक जाएगा भाग्य, वैवाहिक जीवन होगा खुशहाल
हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। गुरुवार का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और गुरु ग्रह को समर्पित होता है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की पूजा करने का विधान होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा बरसती है। वहीं गुरु बृहस्पति की कृपा से जातक के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। बृहस्पति देव की कृपा से जातक के विवाह में आने वाली बाधाएं भी दूर होती…
Read Moreगणेश चतुर्थी पर बप्पा को लगाएं इन 5 चीजों का भोग, घर में बरसेगा धन
पूरे भारत में आज से गणेश उत्सव का आरंभ हो चुका है। यह त्योहार गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक यह उत्सव चलता रहता है। गणेश चतुर्थी का पर्व महाराष्ट्र और कई राज्यों में काफी धूम से मनाया जाता है। गणेशजी की पूजा के साथ ही उनको भोग लगाना काफी जरुरी है। वैसे तो बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है लेकिन, इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं जो गणेश जी को बहुत पसंद है। आइए जानते है आप गणेश जी को किन चीजों का भोग लगा सकते हैं।…
Read Moreवराह जयंती व्रत से होता है आध्यात्मिक विकास
वराह जयंती एक हिंदू त्योहार है, जो भगवान विष्णु के तीसरे अवतार भगवान वराह के जन्म का जश्न मनाता है। भगवान वराह ने राक्षस हिरण्याक्ष से पृथ्वी को बचाने के लिए सूअर के रूप में अवतार लिया तो आइए हम आपको वराह जयंती का महत्व एवं पूजा विधि के बारे में बताते हैं।वराह जयंती त्योहार भाद्रपद के महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाता है। इस दिन भक्त सुरक्षा, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास के लिए उपवास रखते हैं, पूजा करते हैं और विष्णु मंत्रों का जाप करते हैं।…
Read Moreहरतालिका तीज पर करें पति की तरक्की के लिए करें इन मंत्रों का जाप
हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार 06 सितंबर 2024 को हरतालिका तीज का व्रत किया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र, सौभाग्य, अच्छे स्वास्थ्य व तरक्की के लिए व्रत करती हैं। हरतालिका तीज का व्रत भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित होता है। इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं कुंवारी कन्याएं मनचाहा और योग्य वर पाने के लिए हरतालिका तीज का व्रत…
Read Moreसौभाग्य की प्राप्ति का पर्व है हरतालिका तीज
हरतालिका तीज की महिमा को अपरंपार माना गया है। हिन्दू धर्म में विशेषकर सुहागिन महिलाओं के लिए इस पर्व का महात्म्य बहुत ज्यादा है। हरतालिका तीज व्रत हिंदू धर्म में मनाये जाने वाला एक प्रमुख व्रत है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया 6 सितंबर को हरतालिका तीज मनाई जाती है। भारत में हरियाली तीज और कजरी तीज के बाद अब हरतालिका तीज का त्योहार मनाया जाएगा। यह व्रत भी अन्य दोनों व्रत के समान ही…
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