क्या आपको भी कार्यक्षेत्र में उम्मीद के मुताबिक मुनाफा नहीं मिलता। या फिर कर्मचारी असंतुष्ट होकर काम छोड़कर चले जाते हैं? तो ऐसे में आपको अपने कार्यस्थल के वास्तु पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप अपने कार्यस्थल पर कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो आप भी कार्यक्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। ऐसा होना चाहिए प्लॉट व्यवसाय स्थल के लिए हमेशा ऐसे भूखण्ड का चयन करें जो आगे से चौड़े और सिरे पर संकरा हो। इसे शेरमुखी प्लॉट कहते हैं। साथ ही इस बात का भी…
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हरतालिका तीज पर जरूर करें ये आरती, मिलेगा अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद
हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह व्रत हरियाली तीज और करजी तीज के समान ही महत्व रखता है। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस व्रत के दौरान महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं। इस दिन आपको पूजा के समय माता पार्वती की आरती जरूर करनी चाहिए। हरतालिका तीज व्रत का महत्व हरतालिका तीज व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए…
Read Moreकुंडली में शनि दोष होने पर जीवन में लग जाता है परेशानियों का अंबार
ग्रहों का हमारे जीवन पर काफी गहरा असर पड़ता हैं। व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की चाल, उनकी दशा और दिशा जीवन में होने वाली घटनाओं को संचालित किया जाता है। बता दें कि कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ और अशुभ परिणाम देती है। ग्रह के शुभ होने पर व्यक्ति को अंच्छे संकेत मिलते हैं और ग्रह के अशुभ होने पर व्यक्ति के जीवन में परिशानियां आती है।आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको शनि दोष के बारे में बताने जा रहे हैं। बता दें कि इस दोष के…
Read Moreबेहद चमत्कारी है कश्मीर का यह मंदिर, आपदा आने से पहले मिलता है ऐसा संकेत
हमारे देश में कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं, जिनका इतिहास और आस्था ने काफी गहरा जुड़ाव है। देश के अलग-अलग इलाकों में इन प्राचीन मंदिरों से जुड़ी कई तरह की धार्मिक मान्यताएं हैं। इन मंदिरों के दर्शन के लिए भक्त दूर-दराज से पहुंचते हैं। ऐसा ही एक मंदिर कश्मीर का है। इस मंदिर का नाम खीर भवानी है। इस मंदिर से लोगों की गहरी धार्मिक आस्था जुड़ी हुई है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस मंदिर के रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं। बता दें कि…
Read Moreरावण की भरी सभा में सबके मुकुट जमीन पर क्यों गिरने लगे थे?
रावण के भरी सभा में सारे मुकुट गिर कर भूमि पर आन गिरे। कारण कि वीर अंगद द्वारा, लंका की धरती पर मारे गए एक मुष्टिका प्रहार ने, पूरी धरती ही हिला डाली थी। रावण की स्थिति तो अभी से ही बड़ी दयनीय प्रतीत हो रही थी। कारण कि रावण अपने सिर से गिरे मुकुटों को ऐसे संभाल रहा था, माना किसी बच्चे के खिलौने बिखर गए हों, और वह उन्हें समेट रहा हो। मूर्ख रावण को यह चिंतन पता नहीं कब होना था, कि आवश्यकता इन बिखरे मुकुटों को…
Read Moreभगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें क्या सीख देता है?
भारत आस्था का अनूठा संगम है और इसी आस्था पर जीवित है विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म। भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का हिन्दू धर्म में एक अलग स्थान है। जातक कथाओं और महाभारत के अनुसार मथुरा के कारागार में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म माँ देवकी के गर्भ से उस समय हुआ था जब चारों तरफ पाप, अन्याय और आतंक का प्रकोप था, धर्म जैसे ख़त्म सा हो गया था। धर्म को पुनः स्थापित करने के लिए ही द्वापर युग में कान्हा का जन्म हुआ था। आज भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी…
Read Moreजन्माष्टमी पर इस विधि से करें श्रीकृष्ण का पूजन, सचमुच प्रसन्न होंगे कान्हाजी
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी बुधवार को रोहिणी नक्षत्र में अर्धरात्रि के समय वृष के चंद्रमा में हुआ था। यह भी माना जाता है कि अष्टमी के उपवास से पूजन और नवमी के पारण से व्रत की पूर्ति होती है। इस व्रत को करने वालों को चाहिए कि व्रत से एक दिन पूर्व अर्थात सप्तमी को हल्का तथा सात्विक भोजन करें। सभी ओर से मन और इंद्रियों को काबू में रखें। उपवास वाले…
Read Moreजानें कहां है श्रीकृष्ण का सबसे बड़ा मंदिर, किसने किया है इसका निर्माण
श्री कृष्ण जन्मोत्सव या जन्माष्टमी के तौर पर देशभर में भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव जोरशोर से मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के इस बेहद खास त्योहार को लेकर तैयारियां जोरशोर से जारी है। सनातन पंचांग के मुताबिक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर वर्ष भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की रोहिणी नक्षत्र में मनाई जाती है। इसी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का भी जन्म हुआ था। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के भक्त हर्षोल्लास के साथ बाल गोपाल का जन्मोत्सव मनाते है और उनका विशेष पूजन करते है। इस दिन कई भक्त व्रत…
Read Moreजन्माष्टमी की पूजा इन सामग्रियों के बिना है अधूरी, यहां देखें पूरी लिस्ट
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का त्योहार यानी जन्माष्टमी हर वर्ष भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष जन्माष्टमी 6 और 7 सितम्बर को मनाई जाएगी। पहले छह सितंबर को गृहस्थ जीवन वाले लोग और सात को वैष्णव संप्रदाय के लोग जन्माष्टमि मनाएंगे। इस दिन घरों और मंदिरों में भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने, व्रत रखने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दिन भगवान कृष्ण को दूध, दही, मक्खन…
Read Moreसुपर ब्लू मून से इन 4 राशियों की हुई बल्ले-बल्ले
जब एक महीने दो पूर्णिमा की तिथि पड़ती है तो सुपर ब्लू मून की घटना होती है। वैसे तो हर महीने में एक पूर्णिमा तिथि होती है, जब चंद्रमा पूरा निकलता है। लेकिन हिंदू पंचांग के मुताबिक किसी महीने में चंद्रमा दो बार पूरा निकलता है। इस घटना को ब्लू मून कहा जाता है। बता दें कि वैसे तो ब्लू मून दो तरह के होते हैं। लेकिन इसका इसके रंग से कोई संबंध नहीं होता है। विज्ञान के अनुसार, मौसमी ब्लू मून चार पूर्ण चंद्रमाओं वाले सीज़न में दूसरी पूर्णिमा…
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