हिंदू धर्म में भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा गया है। साथ ही उन्हें प्रसन्न करना भी आसान माना जाता है इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। लेकिन माता सती और बाद में उनके ही दूसरे रूप माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कड़ी तपस्या की थी। आइए जानते हैं कि कैसे माता पार्वती ने भगवान शिव को कड़ी तपस्या से प्रसन्न किया। माता सती भगवान शिव की पहली पत्नी हैं। वह प्रजापति दक्ष की पुत्री थीं। राजा दक्ष ने अपनी तपस्या से…
Read MoreCategory: अध्यात्म
पुरुषोत्तम मास में जरूर करें तुलसी से जुड़े ये प्रभावशाली उपाय
हिन्दू धर्म में पुरुषोत्तम मास का विशेष महत्व है। बता दें कि इस मास में देवी-देवताओं की उपासना करने से विशेष लाभ मिलता है। बता दें कि 18 जुलाई से पुरुषोत्तम मास शुरू हो चुका है। इस मास में भगवान शिव की उपासना को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। इसके साथ इस महीने में नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं, अधिक मास में तुलसी के किन उपायों से मिलता है, व्यक्ति को भाग्य का साथ। अधिक मास…
Read Moreशुक्रवार के दिन करें इन चमत्कारी मंत्रों का जाप,
शुक्रवार के दिन जगत जननी आदि शक्ति मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा उपासना की जाती है। मां दुर्गा का सातवां शक्ति स्वरूप महाकाली हैं। मां कालरात्रि को भद्रकाली, भैरवी, महाकाली, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी, रौद्री और धुमोरना भी कहा जाता है। मां का स्वरूप अत्यंत उग्र है, किन्तु मां अपने भक्तों पर अपार कृपा-दृष्टि बरसाती हैं। उनकी कृपा से साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक हर शुक्रवार के दिन मां काली की श्रद्धा-भाव से पूजा-उपासना करते हैं। अगर आप…
Read Moreआज विनायक चतुर्थी पर करें गणेश चालीसा का पाठ और आरती
आज अधिक मास की विनायक चतुर्थी है। यह पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। विनायक चतुर्थी पर देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश की पूजा-आराधना की जा रही है। साथ ही चतुर्थी का व्रत रखा जा रहा है। धार्मिक मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। वहीं, विनायक चतुर्थी का व्रत रख भगवान गणेश की पूजा करने से यश, कीर्ति और धन की प्राप्ति होती है। अगर आप…
Read Moreरहस्य और खौफ से भरी हैं नेपाल की ये दो जगहें
दुनिया का हर देश किसी न किसी रहस्य से भरा हुआ है। दुनिया भर में कई ऐसी खौफनाक और रहस्यमयी जगहों के बारे में जानने और पढ़ने के बाद लोगों को हैरानी होती है। इसमें कई जगहें जैसे स्कॉटलैंड में मौजूद लॉक नेस, पूर्वी कैलिफोर्निया में स्थित डेथ वैली और पेरू में मौजूद नाज़का लाइन्स आदि शामिल हैं। यह जगहें आप भी लोगों के लिए रहस्यमयी कहानी की तरह हैं। बता दें कि भारत के पड़ोसी देश नेपाल में कई ऐसी खौफनाक और रहस्यमयी जगहें मौजूद है। जिनके बारे में…
Read More19 वर्ष बाद बन रहा सावन अधिमास का संयोग, अधिक मास में जरूर करें यह कार्य
मंगलवार, 18 जुलाई से अधिक मास शुरू हो जाएगा। इस बार 19 साल बाद सावन महीने में अधिक मास आया है। इसे मलमास और पुरुषोत्तम मास कहा जाता है। इस महीने में भगवान शिव और विष्णु जी की पूजा करें, ग्रंथों का पाठ करें और दान-पुण्य करें। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल मलमास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा। इन दिनों में कुछ कार्य करने से जहां पुण्य की प्राप्ति होती है, वहीं कुछ कार्यों से परहेज…
Read Moreइस राशि के लोगों को नहीं बांधना चाहिए कलावा
हिंदू धर्म में शुभ काम के दौरान कलावा बांधा जाता है। इसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। कलावा बांधने से व्यक्ति की न सिर्फ रक्षा होती है, बल्कि इससे नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में कुछ लोगों को कलावा बांधने के लिए मना किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक इन लोगों के लिए कलावा बांधना अशुभ होता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन लोगों को कलाना नहीं बांधना चाहिए। आइए जानते हैं इसके पीछे का तर्क क्या…
Read Moreविशेष योगों में मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या
सावन महीने की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या या श्रावणी अमावस्या कहा जाता है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। ऐसे में श्रावण माह की अमावस्या को भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन पूर्वजों के निमित्त पिंडदान एवं दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करके पितरों को पिंडदान, श्राद्ध कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सावन माह की अमावस्या 17 जुलाई को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी। पाल बालाजी ज्योतिष…
Read Moreकर्क संक्रांति पर पुण्यकाल में करें स्नान-दान, सूर्य सा चमक उठेगा आपका भाग्य
हिंदू धर्म में यह तिथि बेहद खास मानी जाती है। मान्यता के अनुसार, कर्क संक्रांति के दिन से भगवान सूर्य नारायण एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। वहीं ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहों के राजा भगवान सूर्य इस दिन से कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। आज से ही यानी की 16 जुलाई 2023 से सूर्य देव का दक्षिणायन शुरू हो जाएगा। आज की तिथि से करीब 6 महीने तक सूर्य देव दक्षिण दिशा की ओर गति करते रहेंगे। इस खास दिन पर सूर्य नारायण…
Read Moreपरीक्षित के ज्येष्ठ पुत्र जनमेजय ने ब्राह्मणों से सर्प यज्ञ क्यों करवाया था?
पूर्व कथा प्रसंग में हमने सुदामा चरित्र की कथा सुनी। आइए ! अब आगे की कथा प्रसंग में चलें—- शुकदेव जी कहते हैं— परीक्षित ! इस प्रकार कृष्ण बलराम द्वारिका में निवास कर रहे थे। एक बार कुरुक्षेत्र में सर्वग्रास सूर्य ग्रहण लगा। ऐसा ग्रहण प्रलय के समय लगा करता है। पुण्य प्राप्त करने के लिए लोग देश के कोने-कोने से वहाँ पधारे हुए थे। अक्रूर, वसुदेव, उग्रसेन आदि सभी बड़े-बूढ़े अपने पापों का नाश करने के लिए वहाँ आए थे। जब नन्द बाबा को पता चला कि श्री कृष्ण…
Read More